लाडनूं के गैनाणा में युवक की हत्या के आरोप में उसी की पत्नी गिरफ्तार, न्यायालय ने जे.सी. किया, इधर ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन, पुलिस थाने का किया घेराव,
भागीरथ हत्याकांड को लेकर अन्य लोगों की गिरफ्तारी और परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की मांग
लाडनूं (kalamkala.in)। तहसील के ग्राम गैनाणा में विवाहित युवक की संदिग्ध मौत को लेकर ग्रामवासियों ने सभी मुलजिमानों को गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर गुरूवार को निम्बी जोधां पुलिस थाने का घेराव किया और थाने के समीप धरना दिया व प्रदर्शन किया। ग्रामीणों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल और लाडनूं पुलिस का जाप्ता भी निम्बी जोधां पुलिस के साथ मौके पर जमा रहा। थानाधिकारी हरेकृष्ण सिंह तंवर ने बताया कि इस मामले में आरोपी महिला शारदा को गिरफ्तार किया जा चुका है और उसे गुरूवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की तफतीश अभी जारी है।
अनुसंधान रहा असंतोषजनक
इधर ग्रामीण इस प्रकरण में पुलिस के अनुसंधान से पूरी तरह से असंतुष्ट हैं। ग्रामीण मानते हैं कि वारदात के एक पखवाड़े बाद आरोपी महिला को पकड़ा गया और उसे भी बिना पूछताछ के ही जेसी करवा दिया गया, जबकि अभी अन्य मुलजिमों की गिरफ्तारी बाकी है। गौरतलब है कि 13 फरवरी को सुबह गैनाणा गांव में अपने ही मकान के एक कमरे में भागीरथ राम जाट की लाश मिली थी। कमरे में भागीरथ व उसकी पत्नी शारदा दो ही जने थे। मृतक भागीरथ की पत्नी पहले दिन ही अपने ससुराल आई थी और रात भर अपने पति के साथ कमरे में थी। उन पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था और शारदा अपने पति के पास नहीं रहना चाहती थी। इस मामले में मृतक के भाई आईदानाराम ने पुलिस को रिपार्ट दी कि उसके भाई भागीरथ की हत्या उसी की पत्नी शारदा ने कर दी। उसका आरोप था कि इस हत्या में आरोपी शारदा के साथ उसके पीहर के और लोग भी शामिल रहे हैं। करीब एक पखवाड़े बाद आरोपी शारदा को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य मुलजिमानों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। इसी कारण ग्रामीणों ने यह धरना-प्रदर्शन शुरू किया है। इस धरने में ग्राम गैनाणा और आसपास के गांवों के लोग भी शामिल हुए।
ज्ञापन देकर ग्रामीणों ने उठाई बहुत सारी मांगें
ग्रामीणों ने जिला पुलिस अधीक्षक को इस बारे में ज्ञापन देकर आरोप लगाया है कि पुलिस इस मामले में भागीरथ की हत्या उसकी पत्नी शारदा, उसकी माता रामेश्वरी एवं उसके रिश्तेदारों ने मिल कर की है। पुलिस इस मामले में गलत अनुसंधान कर रही है। पुलिस ने आरोपी शारदा को गिरफ्तार किया और उससे सह अभियुक्तों के नाम पूछे बिना ही उसका रिमांड लिए बिना ही जेसी करवा दिया। साथ ही ज्ञापन में मृतक भागीरथ के माता-पिता को एक करोड़ रूपयों का मुआवजा दिलवाने की मांग भी की है। ज्ञापन में बताया गया है कि अपने माता-पिता और परिवार का भरण-पोषण करने वाला वही एकमात्र पुत्र था। अब माता-पिता की मानसिक स्थिति खराब है और इस परिवार के पास आय का कोई स्रोत नहीं है। इसलिए एक करोड़ रूपयों का मुआवजा दिया जावे। इसके साथ ही ज्ञापन में परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलवाने, निम्बी जोधां पुलिस थाना के थानाधिकारी सहित पूरे स्टाफ को निलम्बित करने, सभी दोषियों के खिलाफ हत्या का मामला चलाए जाने आदि विभिन्न मांगें उठाई गई हैं।ज्ञापन पर सुखदेवाराम, पृथ्वीराज जांगिड़, रामदेवाराम जांगिड़, महेश पारीक, फारूक मोहम्मद, विकास बुरड़क, नवरत्नमल खीचड़, भरतलाल पारीक, गणपत चौयल, मांगीलाल चौयल, अर्जनराम चौयल, श्यामपुरी, विकास पुरी, नरपत गोदारा, हनुमान मालगांव, रूघाराम ठोलिया भरनावां, रिछपाल चौयल गैनाणा, रवि पंडित गैनाणा, ओमप्रकाश चैयल, पूर्णाराम चैयल, जगन्नाथ चोयल आदि ने बड़ी संख्या में हस्ताक्षर किए हैं।
