राजस्थान की भर्तियों में राजस्थानी युवाओं कै मिले प्राथमिकता, कविया ने उठाई मांग, भर्तियों में ‘राजस्थानी सामान्य ज्ञान’ को प्राथमिकता देने को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा

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राजस्थान की भर्तियों में राजस्थानी युवाओं कै मिले प्राथमिकता, कविया ने उठाई मांग,

भर्तियों में ‘राजस्थानी सामान्य ज्ञान’ को प्राथमिकता देने को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा

पवन पहाड़िया, पत्रकार। डेह (kalamkala.in)। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के संस्थापक एवं नेम प्रकासन डेह के समन्वयक, राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मण दान कविया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन भेज कर प्रदेश की विभिन्न नौकरियों की भर्तियों में राजस्थान के सामान्य ज्ञान (जीके) को प्राथमिकता देने की मांग की है। कविया ने ज्ञापन में लिखा है कि देखने में आया है कि प्रदेश की नौकरियों की भर्तियों में राजस्थान के जीके की जानकारी को नजरंदाज किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के युवाओं को नौकरियों में लाभ एवं प्राथमिकता नहीं मिल रही है। इसके विपरीत प्रदेश के बाहर के लोग बाजी मार जाते हैं, जो प्रदेश में बेरोज़गारी बढ़ाने का प्रमुख कारण है। इसलिए अब जरूरी हो गया है कि प्रदेश की नौकरियों की भर्तियों में राजस्थानी सामान्य ज्ञान को प्राथमिकता देते हुए राजस्थानी साहित्य संस्कृति परम्परा संबंधी अधिकाधिक प्रश्न पूछे जायें, ताकि प्रदेश के युवाओं को ही नौकरियों में प्राथमिकता मिल सके। युवाओं को यथेष्ट रोजगार मिलने पर प्रदेश चहुंमुखी विकास करेगा। कविया ने लिखा है कि प्रायः देखा गया है कि देश के अन्य प्रांतों में सरकारों ने अपने युवाओं के लिए 80 प्रतिशत भर्तियों में आरक्षण कर रखा है, जिससे दूसरे प्रांत के लोग उन प्रदेशों में नौकरी नहीं पा सकते। राजस्थान सरकार को भी अब इस तरह के निर्णय लेने की महत्ती आवश्यकता है।

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Author: kalamkala

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