डायबिटीज़ केवल रक्त-शर्करा स्तर का उच्च होना ही नहीं, यह रक्तवाहिकाओं और मेटाबॉलिज्म सम्बन्धी रोग है- डॉ. एसके शर्मा,
मधुमेह को लेकर अद्यतन जानकारियों से करवाया गया अवगत
लाडनूं (kalamkala.in)। डा. बीएस राठौड़ आर्गेनाइजेशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ एंडोक्रोननोलॉजिस्ट डॉ. एसके शर्मा ने बताया कि डायबिटीज का मतलब पहले सिर्फ हाई शुगर को माना जाता था, परन्तु बदलते परिवेश में अब डायबिटीज केवल हाई शुगर ही नहीं है, बल्कि यह छोटी एवं बड़ी रक्त-वाहिकाओं की बीमारी है तथा मेटाबॉलिक सिंड्रोम है, जिससे हार्ट की बीमारी, स्ट्रोक तथा किडनी की बीमारी भी लंबे समय तक रहकर प्राणघातक सिद्ध हो रही है। पहले माना जाता था कि सिर्फ शराब पीने वालों का ही लीवर खराब होता है, परन्तु अभी डायबिटीज के कारण भी लीवर खराब हो रहा है, जिससे उसके सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं और शरीर से विषाक्त पद्धार्थों का निष्कासन उचित ढंग से नहीं हो पाता है। उन्होंने अपने वजन और बीपी पर नियंत्रण बनाए रखने पर ध्यान देने को जरूरी बताया और कहा कि सबको समय-समय पर नियमित रूप से अपने लिपिड, किडनी और हार्ट फंक्शन की जांच करवाते रहना आवश्यक है। उन्होंने स्वस्थ एवं संतुलित आहार, नियमित आधा घंटा व्यायाम, वजन एवं तनाव नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया।उन्होंने बताया कि नींद पूरी लें तथा डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दवाइयां लें, ताकि डायबिटीज को नियंत्रण में रखा जा सके और उससे होने वाले दुष्प्रभावों से बचा जा सके। उन्होंने डायबीटिज रोग को लेकर की गई नवीनतम शोधों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
स्थानीय नवदीप होस्पीटल में आयोजित डायबिटीज कैंप की सह संयोजिका अभिलाषा राठौर ने बताया कि इस कार्यक्रम में सुजला क्षेत्र के चिकित्सक एवं अन्य चिकित्सकीय स्टाफ के लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में डा. ज्योत्स्ना राठौड़ ने आभार ज्ञापित किया।
