मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। कृषि विज्ञान केंद्र अठियासन नागौर द्वारा पंचायत समिति मूंडवा के गांव रूण में गाजर घास जागरूकता पर असंस्थागत प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। गौरी फार्म हाउस रूण पर हुए इस प्रशिक्षण में 50 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया। केंद्र के वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर गोपीचंदसिंह ने बताया गाजर घास व अन्य खरपतवार का समय पर प्रबंधन नहीं करने से 45ः तक फसल उत्पादन में कमी हो जाती हैं, इस कार्यक्रम के दौरान केंद्र के संशय वैज्ञानिक डॉक्टर हरिराम चौधरी ने किसानों को बताया कि जेविकीय विधि मैक्सिकन बीतल नामक किट को वर्षा ऋतु में गाजर घास पर छोड़ देना चाहिए ,अकृषि क्षेत्रों में शाकनासी रसायन जैसे दवाइयों का छिड़काव करना चाहिए, इसी प्रकार इन्होंने मूंग की फसल में होने वाले रोगों से बचाव की जानकारी दी। इस अवसर पर किसानों ने फसलों से संबंधित सवाल भी कृषि वैज्ञानिकों के समक्ष रखें जिनका उत्तर इन वैज्ञानिकों ने दिया। इस मौके पर उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि खेती के साथ-साथ आपको बागवानी और पशुपालन पर भी ध्यान देना चाहिए, यह अतिरिक्त मुनाफा देती है इसी तरह किसानों को जैविक खाद का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए और रासायनिक दवाओं से दूर रहना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने अठियासन केंद्र पर मुर्गी पालन, बकरी पालन और पपीता के पौधों के बारे में अवगत कराते हुए इनका लाभ लेने के लिए किसानों से आग्रह किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान मोहम्मद रशीद ने की। इस संगोष्ठी कार्यक्रम में सभी किसानों को देशी कीटनाशक दवाईयां निशुल्क वितरण की गई।
