लाडनूं में गणगौर का बोलावणी का विशाल मेला 12 अप्रेल को, बैंड, नगारा-निशान, नोबत, शाही लवाजमा, कच्छी घोड़ी नृत्य, घोड़े, ऊंट और घोड़ियों के हैरतअंगेज कारनामे रहेंगे विशेष आकर्षण,
गणगौर मेला समिति की बैठक में विभिन्न नवाचारों का निर्णय
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। क्षेत्र के प्रसिद्ध गणगौर के मेले को लेकर चल रही तैयारियों के सम्बंध में यहां सत्यनारायण मंदिर में गणगौर मेला समिति की बैठक आयोजित की गई। गणगौर का विशाल बोलावणी मेला 12 अप्रेल शुक्रवार को परम्परागत ढ़ंग से राहूगेट से राहुकुआं क्षेत्र में भरा जाना है। बैठक में कार्यकर्ताओं को विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियां सौंपी गई। शुक्रवार को होने वाले गणगौर की बोलावणी के विशाल मेले से पहले 11 व 12 अप्रैल को नगर में प्रमुख मार्गो से गणगौर की राजाशाही सवारी शोभायात्रा के रूप में निकाली जाएगी। समिति ने बैठक में इस बार विभिन्न प्रकार के नवाचार अपनाए जाने का निर्णय लिया गया। परम्परागत ढंग से सजी-धजी गणगौर को नवीन परिधान में जनता के दर्शनार्थ प्रस्तुत किया जाएगा। इस अवसर पर मशहूर बैंड की मधुर ध्वनि, नगारा निशान नोबत, शाही लवाजमा, कच्छी घोड़ी नृत्य, घोड़े, ऊंट और घोड़ियों के हैरतअंगेज कारनामे विशेष आकर्षण के केंद्र रहेंगे। दो दिवसीय शोभायात्रा में मेला समिति व अन्य समाजसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं का ड्रेस कोड सफेद वस्त्र व साफा रहेगा। बैठक में इस बार का मेला पिछले मेलों से ज्यादा भव्य बनाने का संकल्प लिया गया। राजकुमार चौरड़िया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समिति के मंत्री नरपतसिंह गौड़, चांदकपूर सेठी, अभयनारायण शर्मा, वेदप्रकाश आर्य, विजयकुमार भोजक, मोहनसिंह चौहान, मदनगोपाल शर्मा, विनोद खटेड़़, तेजकरण भोजक, प्रवीण जोशी, निर्मल सोनी, महेश व्यास, सुनील भाटी, भंवरलाल वर्मा, शंभुदयाल चौहान चौथमल किल्ला, पं. तेजकरण शर्मा, सुरेश मोदी, राकेश कोचर, राजेश जड़िया, सुनील फूलफगर, गिरीश बैद, अशोक भार्गव आदि मौजूद रहे।