ग्राम्य अर्थव्यवस्था की रीढ है गौमाता- दैया,
रींगण गौशाला में मनाया काऊ हग डे, गायों को लगाया गले से
लाडनूं। तहसील के ग्राम रींगण में श्री कृष्ण गोपाल गौशाला समिति द्वारा पशुपालन बोर्ड द्वारा हाल ही में घोषित ‘काऊ हग डे’ धूमधाम से मनाया गया। श्री कृष्ण गोपाल गौशाला के कोषाध्यक्ष भरतपाल बैंदा ने बताया कि हाल ही में पशुपालन विभाग भारत सरकार के द्वारा घोषित ‘काऊ हग डे’ दिवस पर ‘गायों को गले लगाएं’ कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुषों ने भाग लिया। पंडित श्यामजी महाराज और उनकी टीम ने इस अवसर पर गौशाला में मंत्रोचार के साथ कार्यक्रम करवाया, जिसमें महिलाओं ने मंगल गीतों की प्रस्तुतियां भी दी। गौशाला के अध्यक्ष रामदेव दैया ने बताया कि हमें पाश्चात्य संस्कृति को भुला कर भारतीय संस्कृति को अपनाने की जरूरत है। गांव की अर्थव्यवस्था की रीढ़ गौ माता को माना जाता है, जिसके प्रति अपनत्व का भाव रखकर यह पर्व मनाया जा रहा है। यह दिवस युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी सिद्ध होगा। तहसीलदार नारायण दैया, बालूराम दैया ओर सुरेश बैंदा ने बताया कि गाय का स्वभाव सरल और सहज होने के कारण गाय के साथ रहने पर आत्म-संतुष्टि के साथ जीवन में सद्कर्म की प्रेरणा मिलती है। शिक्षाविद दौलत राम दूत, पशुधन सहायक मनीष ठोलिया, मालाराम बैंदा, समाजसेवी गजेंद्र सिंह मेड़तिया, जाट रेजीमेंट के हवलदार मुकेश बैंदा, पवन बैंदा, मांगीलाल खोकर, अमान सिंह मेड़तिया अनाराम ठोलीया, भंवरलाल गोदारा, अर्जुन बंजारा, मांगीलाल ढीढारिया आदि उपस्थित रहे।