मांगलिक कार्यों के साथ युद्ध में उत्साह का संचार करते हैं घोष- भगवतदान,
लाडनूं में आरएसएस के घोष केंद्र का वार्षिकोत्सव आयोजित
लाडनूं। महाशिवरात्रि पर यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित घोष केंद्र का शनिवार को वार्षिक उत्सव सम्पन्न हुआ। यहां शिवमंदिर रोड स्थित भूतोड़िया स्कूल के नजदीक मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जोधपुर प्रान्त के शारीरिक शिक्षण प्रमुख भगवतदान ने संघ के घोष पर बोलते हुए कहा कि यह घोष वाद्य जहां मांगलिक कार्य की शोभा बढ़ाते हैं, वहीं युद्ध के समय वीरों में उत्साह का संचार भी इसी घोष के माध्यम से किया जाता आया है। इसी प्रकार के घोष का शिक्षण संघ की शाखाओं में सिखाया जाता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में संघ के 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। आज समाज का प्रत्येक वर्ग संघ को आशा के रूप में देख रहा हैं। पूरे विश्व मे अनिश्चिताओं का दौर में सबकी नजरें भारत की ओर है और समस्त विश्व में भारत विश्व के नेतृत्वकर्ता के रूप में भूमिका निभा रहा है। मुख्य अतिथि के रूप में कैप्टन प्रभुसिंह राठौड़ ने कहा कि संघ की दैनंदिनी शाखाओं के माध्यम से स्वयं सेवक शारीरिक व मानसिक रूप तंदुरूस्त रहते है। उन्होंने विद्यार्थी घोष-वादकों की रचनाओं की भी सराहना की। संघ की शाखा केवल खेलने का स्थान मात्र नहीं, यह एक संस्कार पीठ है, जो समाज के प्रत्येक क्षेत्र सुयोग्य कार्यक्रम उपलब्ध करवाने वाला विद्यापीठ भी है। कार्यक्रम भगवा ध्वज फहराने और घोष वादन किया जाकर प्रारम्भ किया गया। कार्यक्रम में खंड संघ चालक बजरंग लाल यादव, प्रचार प्रमुख शिवकरण धौलपुरिया, नारायण प्रसाद शर्मा, शांतिलाल बैद, सुमित्रा आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ओड़ींट, देवाराम पटेल, राजेश भोजक, नीतेश माथुर, विवेक यादव, रोहित हिन्दुस्तानी, रूबल जैन, निर्मल आर्य, अशोक वाजपेयी, रामूश्वर लाल सूंठवाल, प्रकाश वर्मा, सूरजनारायण राठी, सोहनलाल परिहार, लक्ष्मीपत सोनी, ताराचंद अग्रवाल आदि उपस्थित थे।