महात्मा गांधी केवल हमारे अतीत नहीं, बल्कि हमारा भविष्य भी हैं- शर्मा,
लाडनूं में एक दिवसीय उपखंड स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर आयोजित
लाडनूं। राज्य सरकार के शांति एवं अहिंसा विभाग के अन्तर्गत एक दिवसीय उपखंड स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन यहां हाईवे के पास एसके मैरिज गार्डन में किया गया। उपखंड अधिकारी अनिल कुमार गढवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस शिविर में मुख्य अतिथि गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक जगदीश नारायण शर्मा थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में तहसीलदार डा. सुरेन्द्र भास्कर, नायब तहसीलदार ओमप्रकाश मेव, सामाजसेवी सुरजाराम भाकर, पंचायत समिति के प्रधान हनुमानराम कासनिया, गांधी दर्शन समिति की मकराना संयोजक गीता सोलंकी, मेड़ता संयोजक अयूब खां, गांधी दर्शन समिति की सदस्य पार्षद सुमित्रा आर्य, जगदीश यायावर थे। कार्यक्रम में 200 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण दो सत्रों के प्रदान किया गया, जिसमें गांधी दर्शन के विविध पहलु, गांधी दर्शन की प्रासंगिकता, महात्मा गांधी के जीवन के प्रेरक प्रसंग, सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की विभागवार जानकारी और लाभ उठाने के तरीकों के बारे में बताया गया।
गांधी विचार के 50 हजार युवाओं की होगी भर्ती
गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक जगदीश नारायण शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी केवल हमारे अतीत ही नहीं थे, बल्कि वे हमारा भविष्य भी हैं। उन्होंने गांधी के जीवन प्रसंगों पर चर्चा करते हुए अनेक मिथ्या प्रचार का निराकरण भी प्रस्तुत किया। उन्होंने शांति एवं अहिंसा निदेशालय के गठन की आवश्यकता व पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मौजूदा सरकार महात्मा गांधी के विचारों को आमजन तक पहुंचाने के लिए लाखों रूपए खर्च कर रही है। उन्होंने शांति व अहिंसा विभाग के अन्तर्गत 50 हजार युवाओं की भर्ती की जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए मात्र 12वीं उतीर्ण और गांधी दर्शन प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र की आवश्यकता रहेगी। शर्मा ने गांधी की शासन नीति की बात करते हुए उनकी रामराज्य की धारणा के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक सरकारी लाभा पहुंचने चाहिए। राज्य सरकार की लाभकारी योजनाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह रामराज्य की कल्पना ही है। उन्होंने गांधी को बेहतर नीतिकार और मानव मात्र का हितैषी बताया और कहा कि गांधी सबको समान मानते थे।
बताई गांधी दर्शन की प्रासंगिकता
उपखंड अधिकारी अनिल कुमार गढवाल ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में गांधी विचारधारा के प्रसार को राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे संस्थागत प्रयासों की जानकारी देते हुए शांति एवं अहिंसा निदेशालय से मंत्रालय के गठन और गत 3-4 सालों से किए जा रहे प्रयासों व काम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन समिति के प्रदेश स्तर पर गठन और फिर जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं के चुनाव और अब ग्राम स्तर तक ले जाने की योजना पर काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिले भर में लाडनूं पहला ब्लाॅक है, जहां पर उपखंड स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। गांधी दर्शन समिति के उपखंड संयोजक खींवाराम घिंटाला ने कार्यक्रम में गांधी टोपी का महत्व बताया और गांधी दर्शन की प्रासंगिता बताते हुए महात्मा गांधी के विभिन्न कार्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में अब्दुल हमीद मोयल, विजय कुमार भोजक, जयराम बुरड़क, जगदीश यायावर, भंवरलाल ढाका आदि ने भी सम्बोधित किया।
राजकीय योजनाओं की जानकारी दी
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी प्रदान की। इनमें पंचायतीराम विभाग से धर्मवीर सिंह, विद्युत विभाग से कनिष्ठ अभियंता राजकुमार तुनगरिया, राजस्व विभाग से नायब तहसीलदार ओमप्रकाश मेव, कृषि विभाग से रमेष चंद बेनिवाल, चिकित्सा विभाग से रामकुंवार बिड़ियासर, पशुपालन विभाग से डा. धर्मेन्द्र चैधरी व शिक्षा विभाग से एसीबीईओ अब्दुल हमीद भाटी ने अपने-अपने विभागों से सम्बद्ध तनहितकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए उनसे लाभ उठाने और जन-जन तक लाभ पहुंचाने का आह्वान किया गया। शिविर में मोहनराम जानूं, ज्ञानाराम महरिया, पन्नाराम भामू, आशाराम खिलेरी, फैजू खां, मेहराम कालेरा, सुबेदार प्रेमाराम, अनिल सारस्वत, मौलाना मोईनुद्दीन, मुनान बिसायती, मुकेश खींची, यशपाल आर्य, रामदेवराम, अयूब खां मोयल, बजरंग लाल चैयल, रामदेवराम भाकर, श्रीरामा राम साख आदि उपस्थित रहे।