योग का नियमित अभ्यास जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन लाता है- मुनि रणजीत,
लाडनूं में आयोजित 15 दिवसीय निःशुल्क प्रेक्षा योग प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न
लाडनूं। स्थानीय अणुव्रत समिति के तत्वावधान में आयोजित 15 दिवसीय निःशुल्क प्रेक्षा-योग प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह यहां पहली पट्टी स्थित ऋषभद्वार भवन में मुनिश्री रणजीत कुमार के सानिध्य में हुआ। समारोह में सभी संभागी योगार्थियों को मुनिश्री रणजीत कुमार एवं मुनिश्री कौशल कुमार ने योग का महत्व बताते हुए प्रेक्षा के प्रयोग से होने वाले शरीरिक, मानसिक व भावात्मक विकास के बारे में जानकारी दी और प्रेरित किया कि अगर लगातार नियमित अभ्यास किया जावे तो अपने जीवन में व्यक्ति आमूल-चूल परिवर्तन ला सकता है। योग प्रशिक्षक योगाचार्य डा. अशोक भास्कर योग की महत्ता बताई और कहा कि अगर प्रोटोकोल पूर्वक योग का अभ्यास किया जाता है तो उसका लाभ प्रत्यक्ष दिखाई देने लगता है। कार्यक्रम में शिविरार्थी ललित वर्मा व पूर्णिमा कठोतिया ने अपने अनुभव प्रकट किए और शिविर को उपयोगी बताया। अणुव्रत समिति के संरक्षक प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने अणुव्रत समिति लाडनूं की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। शिविर प्रभारी नवीन नाहटा ने शिविर की रिपोर्ट प्रस्तुत की। समारोह के प्रारम्भ में समिति अध्यक्ष शांतिलाल बैद ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक डा. अशोक भास्कर एवं शिविर प्रभारी नवीन नाहटा का सम्मान दुपट्टा एवं उपहार प्रदान करके किया गया। शिविर प्रतिभागियों खींवाराम घिंटाला, रामनिवास पटेल ललित वर्मा, हनुमान मल जांगिड़, सुशील पीपलवा, भंवर लाल वर्मा, पवन कुमार किल्ला, रामसिंह गौड़, प्रेम बैद, अनीता चैरड़िया, जंवरी देवी कोटेचा व संगीता नाहर का ‘अणुव्रत दुपट्टा’ पहना कर अणुव्रत समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्दुल हमीद मोयल आदि द्वारा किया गया।