पढिए पूरी रिपोर्ट सिर्फ ‘कलम कला’ में-
कैसे-क्यों किया गया लाडनूं के सीआई को लाईन-हाजिर? मुलजिम के पीछे कैसे और कहां तक गए थानेदार, फिर अचानक कैसे हो गया यह गजब? गए थे दुष्कर्म-स्थल की तस्दीक करने और मुलजिम से हाथ धो बैठे,
थानाधिकारी व कांस्टेबल को धक्का देकर शातिराना अंदाज में भागा मुलजिम, भीड़ व संकड़ी गलियों में हुआ फरार, जांच अधिकारी लाडनूं सीआई महीराम विश्नोई को किया गया लाईन हाजिर,
अपहरण व दुष्कर्म के आरोपी रोहित चौधरी ने दूसरी बार किया इसी लड़की का अपहरण, पुलिस की कोई परवाह नहीं, भरी भीड़ में भाग निकला मुलजिम
जगदीश यायावर। लाडनूं / जयपुर (kalamkala.in)। पुलिस थाना लाडनूं में पदस्थापित सीआई महिराम विश्नोई को जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा ने लाईन हाजिर कर दिया है। एक पोक्सो एक्ट के मामले में जांच अधिकारी के रूप में सीआई विश्नोई जयपुर में मुलजिम को साथ लेकर वारदात के लिए प्रयुक्त वाहन की बरामदगी और मौका-ए-वारदात की शिनाख्तगी के लिए गए थे। वहां से रामगंज मंडी में पहुंचने पर वहां जाम की हालत देख कर पोक्सो एक्ट का मुलजिम रोहित चौधरी मौका पाकर शातिराना अंदाज में उनके वाहन से दरवाजा खोल कर अचानक कूद कर भाग गया, और थानाधिकारी व कांस्टेबल दोनों ही उसे वापस पकड़ नहीं पाए और भीड़ व जाम के कारण उसका पीछा भी नहीं कर पाए। आखिरकार उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को इस से सूचित किया और वहां रामंगज पुलिस थाने में इस बारे में एफआईआर दर्ज करवाई। जो मुलजिम पुलिस की कस्टडी से इस प्रकार दुस्साहस करके भागा, वह मुलजिम एक नाबालिक लड़की का दो बार अपहरण कर चुका था। उस पर जयपुर और लाडनूं दोनों जगह एफआईआर दर्ज है। लाडनूं पुलिस द्वारा गिरफ्तार होने से पहले उसे जयपुर की जोबनेर पुलिस भी गिरफ्तार करकेे जेल भिजवा चुकी थी।
थानाधिकारी व कांस्टेबल को धक्का मारकर भागा मुल्जिम
इस सम्बंध में लाडनूं थानाधिकारी महीराम विश्नोई पुत्र ने पुलिस थाना रामगंज जिला जयपुर उत्तर में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। सीआई विश्नोई ने अपनी इस रिपोर्ट में लिखा है कि वे लाडनूं पुलिस थाने में थानाधिकारी के पद पर पदस्थापित हैं। वे 26 जून को सुबह 10.44 बजे अपने साथ जाप्ते में कांस्टेबल सुखाराम (1860) एवं श्रवणराम (150) और एक प्राईवेट वाहन लेकर लाडनूं पुलिस थाना के प्रकरण संख्या 153/24 दिनांक 15.06.2024 अन्तर्गत धारा 363, 366, 342, 376 आईपीसी व पोक्सो एक्ट में गिरफ्तारसुदा मुल्जिम रोहित चौधरी (20) पुत्र रामदेव जाट निवासी समलपुरा सार्दुलपुरा पुलिस थाना फुलेरा हाल निवासी छह किलोमीटर कालख पुलिस थाना जोबनेर को न्यायालय विशिष्ट न्या. पोक्सो कोर्ट नागौर में पेश कर मुल्जिम का 2 दिनों का पुलिस कस्टडी का रिमांड लेकर दोपहर 1.15 बजे नागौर से रवाना होकर घटनास्थल की तस्दीक व वाहन जब्त करने के लिए जयपुर के जोबनेर आए। वहां मुल्जिम रोहित चैधरी के निवास छह किलोमीटर कालख पहुंचे और मुल्जिम की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त वाहन मोटरसाईकिल नं. आरजे 47 एसएच 0824 को जब्त कर कांस्टेबल श्रवणराम (150) को देकर उसे लाडनूं के लिए रवाना किया। इसके बाद थानाधिकारी महीराम विश्नोई स्वयं और कांस्टेबल सुखाराम (1860) दोनों शाम को करीब 5 बजे वहां से रवाना होकर मुल्जिम की निशाहदेही पर दुष्कर्म-स्थल की तस्दीक करने के लिए जयपुर उतर में रामगंज थाना इलाके में करीब 7.30 बजे पहुंचें वहां मुल्जिम रोहित चौधरी ने वाहन से उत्तरकर हिंदा की मोरी पुलिस थाना रामगंज क्षेत्र में थोड़ा अन्दर अपना किराये का कमरा बताया, जहां उसने अपहरण के बाद बालिका को रखना व दुष्कर्म करना बताया। इस पर थानाधिकारी विश्नोई व कांस्टेबल सुखाराम उसके बताए स्थान की ओर चलने लगे। उस समय हल्की बारिश हो रही थी तथा गलियां भीड़-भाड़ वाली व संकड़ी थी, तभी करीब 7.44 बजे शाम मुल्जिम ने थानाधिकारी और पुलिसकर्मी दोनों को धक्का देकर भीड़ की तरफ भाग गया और ओझल हो गया। थानाधिकारी विश्नोई और सुखाराम सिपाही ने मुल्जिम रोहित चौधरी का उस भीड़भाड़ वाली गली में पीछा किया, परन्तु भीड़ व संकड़ी गलियों का फायदा उठाकर वह भाग गया। काफी तलाश के बावजूद भी वह मिला नहीं। मुल्जिम तलाश वहां हिंदा की मोरी, बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशन जयपुर आदि स्थानों पर काफी की, पर नहीं हाथ नहीं लग पाया। इस पर इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी और थाना रामगंज को भी सूचना दी। मुल्जिम को किसी भी प्रकार कोई सुराग नहीं लगा। इस तरह मुल्जिम रोहित चौधरी पुलिस हिरासत से धक्का देकर भाग गया। रामगंज पुलिस ने यह मामला धारा 224 आईपीसी के तहत दर्ज किया, जिसकी जांच उप निरीक्षक संदीप कर रहे हैं।
इस मामले में पकड़ा गया था आरोपी को
लाडनू पुलिस थाने में जयपुर के सांगानेर क्षेत्र की एक महिला द्वारा रोहित चौधरी के विरूद्ध एक रिपोर्ट गत 11 जून को दर्ज करवाई गई थी कि वह जयपुर से अपने पीहर लाडनूं तहसील के ग्राम धूड़ीला आई हुई थी, उसके साथ उसकी दो पुत्रियां भी थी। अपने ननिहाल में रह रही उसकी एक नाबालिग पुत्री को जयपुर के पास रहने वाला युवक अपहरण कर भगा ले गया। इस माले की जांच स्वयं थानाधिकारी महीराम विश्नोई कर रहे थे। बाद में यह लड़की और युवक दोनों जयपुर के चिरायु होस्पिटल जयपुर में भर्ती हुए थे। कुछ खाने-पीने के कारण इन्हें कोई तकलीफ हुई थी। वहां से पुलिस ने दोनों को दस्तयाब किया। आरोपी युवक को पुलिस ने स्वस्थ होने पर पोक्सो कोर्ट में पेश करके उसका रिमांड लिया। उसके बाद यहां से वे अनुसंधान को आगे बढाने के लिए जयपुर गए थे, कि यह हादसा हो गया और मुलजिम पुलिस की हिरासत से फरार हो गया।
साथी कांस्टेबल का हुआ अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट
जयपुर से पोक्सो एक्ट के आरोपी रोहित चौधरी के मकान से उसकी शिनाख्तगी के बाद वारदात के लिए प्रयुक्त मोटर साईकिल को लेकर थानाधिकारी महीराम विश्नोई के आदेश से कांस्टेबल श्रवण कुमार बाईक पर सवार होकर लाडनूं आ रहे थे। रास्ते में कुचामन के पास पहुंचने पर अज्ञात वाहन की टक्कर से उनका एक्सीडेंट हो गया। यह हादसा श्रवण राम के साथ बुधवार की रात्रि करीब 8.30 से 9 बजे हुआ। इस सड़क हादसे के बाद कांस्टेबल श्रवण राम को कुचामन में होस्प्टिल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है। गौरतलब है कि मुलजिम रोहित गोदारा गांव धुड़ीला से नाबालिग लड़की का अपहरण करके उसे अपनी इसी मोटर साईकिल पर बैठा कर यहां से जयपुर ले गया था। वहां उसने रामगंज क्षेत्र में हांदी की मोरी में किराए के मकान में उसके साथ दुष्कर्म किया था। वहां तबियत बिगड़ने पर वे चिरायु होस्पिटल में भर्ती हो गए थे, जिसकी खबर पुलिस को लग गई।
पहले भी इसी मुलजिम ने किया इसी लड़की का अपहरण
11 जून को यहां से लड़की का अपहरण करने से पूर्व यही मुलजिम रोहित चौधरी इसी लड़की को गत 30 अप्रेल को अपहरण करके ले गया था। इसकी रिपोर्ट जयपुर के जोबनेर पुलिस थाना में दर्ज की गई थी। इस रिपोर्ट में लड़की की माता ने बताया था कि 30 अप्रेल को रात के 11 बजे उसकी लड़की का अपहरण करके रोहित निठारवाल पुत्र पप्पू निठारवाल जाति जाट निवासी 6 किमी किरों की ढाणी कालख उठा कर ले गया। इसे धारा 363 में दर्ज किया गया था। जांच वहां सहायक उप निरीक्षक सत्यनारायण ने की। इस मामले में भी वह जेल गया था और जमानत पर रिहा किया गया था। जेल से आते ही लड़की के उस क्षेत्र में नहीं होने पर उसका पता लगा कर वह लाडनूं तहसील के गांव तक आया और लड़की को फिर भगाकर अपनी बाईक पर जयपुर ले गया। इस प्रकार यह लाडनूं में इसी युवक मुलजिम का वारदात करने का यह दूसरा दुस्साहस था और अब उसने पुलिस कस्टडी से भाग कर फरार होने का दुस्साहस फिर दिखाया है।
इनका कहना है
लाडनूं थानाधिकारी महीराम विश्नोई मुलजिम को लेकर जयपुर गए थे। वहां मुलजिम उनकी कस्टडी से फरार हो गया। थानाधिकारी विश्नोई को लाईन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले की जांच मैं स्वयं कर रहा हूं। – हिमांशु शर्मा (आईपीएस), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डीडवाना।
मुलजिम भागा नहीं, इसमें डील करके भगाया गया है। थानाधिकारी को केवल लाईन हाजिर किया जाना गलत है, कम से कम सस्पेंड किया जाना चाहिए था। हम इस मामले में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर न्याय की मांग करेंगे। – पीड़िता के परिजन।