जिला कलेक्टर और एसपी ने किया लाडनूं की विभिन्न बस्तियों का निरीक्षण, लोगों को स्वच्छता और नशामुक्ति के लिए किया जागरूक,
अचानक घुसे सांड के कारण कलेक्टर हुए आवारा पशुओं की समस्या से रूबरू
अबू बकर बल्खी, पत्रकार। लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं शहर लम्बे समय से आवारा पशुओं से पीड़ाओं को झेल रहा है। उपखंड स्तर पर लगभग सभी अधिकारियों से नागरिक गण गुहार लगा चुके, लेकिन समस्या जब की तस बनी हुई है, समाधान की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गुरुवार को जिला कलेक्टर पुखराज सैन अपने साथ जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद को लेकर विभिन्न बस्तियों में समस्याओं का सर्वे करने निकले थे, तो उनके सामने भी लाडनूं की आवारा पशुओं की समस्या आ खड़ी हुई। वे यहां शीतला माता चौक में लोगों से रूबरू थे कि अचानक एक सांड वहां घुस आया। सांड के आने से लैंग हड़बड़ा गए और इसी बीच दो जने जमीन पर गिर गए और चोटिल भी हुए। कलेक्टर ल एसपी शीतला चौक वाली गलियों में स्वच्छता का निरीक्षण कर रहे थे और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे थे। साथ ही एसपी नशे की लत से दूर रहने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे थे। इसी दौरान यह पशुओं की समस्या अचानक ही सामने आ गई।
यहां गौरतलब है कि लाडनूं शहर में यत्र-तत्र मंडरा रहे बेसहारा गौवंश को नियंत्रण में करने और उनके लिए कहीं एक जगह चारा-पानी की व्यवस्था करने में नगर पालिका और उपखंड प्रशासन पूरी तरह विफल रहा है। लाडनूं शहर में बेसहारा गौवंश की संख्या करीब 500 तक पहुंच चुकी है। चाहे बस स्टेंड हो या रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी हो या सदर बाजार, जावा बास हो या मालियों का बास, शहर का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं बचा, जहां ऐसे गौवंश का स्वच्छंद विचरण नहीं हो। महिलाएं, बच्चे, वृद्ध आदि सभी इस स्थिति से त्रस्त और पीड़ित हैं। मगर इन बेसहारा गौवंश पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है।
