‘रात भर पति-पत्नी कमरे में साथ थे, खटखटाने पर सुबह पत्नी ने अंदर से कुंडी खोली तो पति बेल्ट के सहारे बिना वस्त्र लटका मिला’
पत्नी पर अपने ही पति की हत्या का आरोप, आत्महत्या में बदलने का प्रयास, पत्नी से पूछताछ जारी
लाडनूं (kalamkala.in)। निम्बी जोधा पुलिस थाने में हत्या की एक रिपोर्ट मृतक की पत्नी के खिलाफ दर्ज हुई है। पहली नजर में आत्महत्या लग रहे इस मामले को मृतक के परिजन स्पष्ट हत्या का मामला ठहरा रहे हैं। इस सम्बन्ध में प्रस्तुत रिपोर्ट में वैवाहिक रिश्तों की अनबन के चलते मृतक की पत्नी और उसकी सास वगैरह पर षड्यंत्र रच कर हत्या करने और आत्महत्या का रूप देने का आरोप मृतक के भाई ने लगाया है। इसमें बताया गया है कि मृतक की पत्नी काफी समझाइश के बाद ससुराल आई और अगली ही रात उसे मौत का शिकार होना पड़ गया।
यह सब बताया गया है रिपोर्ट में
यह रिपोर्ट आईदानाराम पुत्र तेजाराम जाट निवासी गेनाणा ने पुलिस को दी है। उसने इस रिपोर्ट में बताया है कि उसके ताऊ (बाबा) के लड़के भागीरथ की शादी करीब 10 वर्ष पूर्व शारदा पुत्री स्व हड़मानाराम जाति- जाट निवासी कसूम्बी के साथ हुई थी। उसके भाई भागीरथ के साथ उसकी बहिन पतासी की भी शादी शारदा के मामा राजूराम निवासी रूपेली से हुई थी। शादी के पश्चात् शारदा ससुराल नहीं आने पर सामाजिक मीटिंग हुई, तब करीब 1 साल पहले व 8 महिने पहले 2-3 दिन के लिए आई थी। तब शारदा व भागीरथ की सास ने भागीरथ पर काफी दबाव बनाया तथा कहा कि ‘तू मर जाये तो ठीक रहे’ तथा उसको शारदा को छोड़ने के लिए मजबूर किया। भागीरथ द्वारा शारदा को छोड़ने पर उसकी बहिन पतासी की भी जिन्दगी खराब हो रही थी। तब भागीरथ काफी दिनों से शारदा व उसकी मां रामेश्वरी से मानसिक रूप से तंग परेशान था। भागीरथ को काफी बार शारदा को छोड़ने के लिए टॉर्चर किया गया था तथा काफी दिनों से शारदा अपने ससुराल नहीं आ रही थी। भागीरथ अगर शारदा को छोड़ता तो उसकी बहिन पतासी का परिवार भी टूट जाता। शारदा व शारदा की मां रामेश्वरी ने भागीरथ को कई बार जान से मारने के लिए धमकियां दी थी तथा कहा कि तू मर जाए तो हमारा पीछा छूट जाए। इन बातों को लेकर करीब 5-6 दिन पहले हमारे सामाजिक रिश्तेदारों कजी मीटिंग ग्राम गेनाणा में हुयी, तब यह बात सामने आयी कि शारदा व उसकी मां रामेश्वरी द्वारा भागीरथ पर शारदा को छोड़ने के लिए दबाव बना रही थी, जिसके लिए उसको तंग परेशान कर रही थी। मीटिंग में रिश्तेदारों ने शारदा को भागीरथ के पास भेजने के लिए कहा, तब उसकी मां ने शारदा को 11 फरवरी मंगलवार को शारदा को उनके गांव भागीरथ के पास भेज दिया। शारदा ससुराल में ग्राम गेनाणा आने के बाद वह भागीरथ से लड़ाई-झगड़ा करती रहती थी तथा उसे तंग परेशान करती रहती थी। 12 फरवरी की रात को उसका भाई भागीरथ घर के बाहर की साईड में बने मैन रास्ते के कमरे में सो गया। उसके बाद उसकी पत्नी शारदा भी उसके कमरे में चली गई एवं अन्दर से कुण्डी बंद कर ली। 13 फरवरी को सुबह करीब 7.30 बजे काफी उजाला हो जाने तक भी भागीरथ व शारदा उठकर बाहर नहीं आये तो, उसकी बहिन सम्पू ने उन्हें उठने के लिए आवाजें लगाई तथा कमरे के दरवाजे को पीटा। लेकिन, फिर भी वह नहीं उठे, तो उसने मुझे बुलाया। तब उन सबने कमरे के दरवाजे को कई बार जोर-जोर खटखटाया। तब कहीं जाकर शारदा ने कमरे की कुण्डी को खोला तो भागीरथ कमरे में बेल्ट से छत पंखे से बिना वस्त्र के लटका हुआ दिखाई दिया। उसके घुटने पलंग पर टिके हुये थे तथा शारदा कमरे में बिना वस्त्र पहने ही थी। शारदा पूरी रात उसके साथ थी। शारदा द्वारा अपने मां व अन्य लोगों से षड्यन्त्र रचकर उसके भाई भागीरथ की हत्या की है। अस्पताल परिसर में पुलिस को मिली इस रिपोर्ट के आधार पर मामला धारा 108, 61 (2) ए बीएनएस के तहत दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। मामले की तफ्तीश हरेकृष्ण सिंह तंवर कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
