लाडनूं नगर पालिका सीमा-विस्तार का मामला:
मंगलपुरा सरपंच व लोगों ने ज्ञापन देकर ऐतराज जताया, धरने की चेतावनी दी
लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं नगर पालिका सीमा का विस्तार करने एवं शहर के नजदीकी गांवों को परिसीमन में शामिल करने को लेकर लाडनूं नगर पालिका क्षेत्र में जसवंतगढ़, खानपुर, भियाणी, आसोटा, पदमपुरा, विश्वनाथपुरा, मंगलपुरा आदि गांवों को शामिल किया जाने को लेकर उठी मांग के विरोध में ग्राम पंचायत मंगलपुरा के सरपंच चम्पालाल मेघवाल और गांव के अन्य अनेक लोगों ने ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में लिखा, हमसे पूछा नहीं
यहां उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को मुख्यमंत्री के नाम से सौंपे गए इस ज्ञापन में लाडनूं नगरपालिका की सीमाओं का विस्तार करके लाडनूं के ग्राम मंगलपुरा व गोरेड़ी, चक गोरेड़ी, विश्वनाथपुरा, कासण, आसोटा, पदमपुरा, भियाणी तक नगरपालिका की सीमा का विस्तार करने के सम्बन्ध में ग्रामवासियों की राय नहीं लेने और ग्रामीणों का हित नहीं सोचे जाने कीआपति दी गई है।
चेतावनी दी, कर सकते हैं उग्र धरना-प्रदर्शन
इस ज्ञापन में बताया गया है कि लाडनूं नगरपालिका की सीमाओं का विस्तार करने के सम्बन्ध में जगदीशसिंह एडवोकेट द्वारा पत्र-व्यवहार करके पालिका-सीमाओं के विस्तार में ग्राम पंचायत मंगलपुरा को सम्मिलित किये जाने के सम्बन्ध में ग्राम पंचायत मंगलपुरा व मंगलपुरा ग्राम के निवासियों को भारी असुविधा होगी एवं ग्राम के समस्त निवासियों में इसका रोष है। ग्रामवासी नगरपालिका की सीमा में सम्मिलित नहीं होना चाहते हैं। मेघवाल ने लिखा है कि जगदीशसिंह एडवोकेट ने केवल मनमर्जी से, बिना ग्राम पंचायत की कार्यकारिणी, ग्राम के मौजीज लोगों व निवासियों से पूछे बिना ही एवं बिना सहमति के ही ग्राम मंगलपुरा को नगर पालिका में शामिल करने का लिखा है, जो सही नहीं है। इसमें ग्रामवासियों का हित नहीं है। इसे लेकर ग्रामवासियों का भारी विरोध है। अगर जगदीशसिंह के प्रस्ताव को स्वीकार कर नगरपालिका में मंगलपुरा को सम्मिलित किया जाता है, तो ग्रामवासियों को उग्र धरना प्रदर्शन व कानूनी कार्यवाही करने हेतु बाध्य होना पड़ेगा। यह प्रस्ताव केवल कुछ लोग अपने निजी फायदे व स्वार्थ के लिये लाए हैं। यह विलय न्यायसंगत नहीं है। ज्ञापन की प्रतियां स्वायत शासन मंत्री, राजस्व मंत्री, जिला कलक्टर व भाजपा नेता ठाकुर करणी सिंह को भी भेजी गई है।
यह ज्ञापन देने वालों में सरपंच चंपालाल मेघवाल, उपसरपंच, तोलाराम मारोठिया, एडवोकेट विनय भाटी, एडवोकेट मन्नालाल टाक, चंपालाल भाटी, सागरमल भाटी, बबलू सैनी, इंद्रजीत टाक, विनय भाटी, मनीष भाटी, सोनू टाक, बंसीधर सुईवाल, जीतमल भाटी, पवन नायक, रोहित नायक, कमल माली आदि शामिल थे।
