अपने पिता या पति से नहीं, अपनी पहचान खुद ही बनाएं महिलाएं- डा. मल्लिका परवीन,
केशर देवी स्कूल में शिक्षा व सूचना कौशल समन्वय कार्यशाला का आयोजन
लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय पीएम श्री राजकीय केशरदेवी सेठी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में ’21वीं सदी की शिक्षा व सूचना कौशल समन्वय कार्यशाला’ का आयोजन सीबीईओ अशोक कुमार राव की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला प्रभारी आरती पटेल ने बताया कि कार्यशाला में 60 बालिकाओं द्वारा विभिन्न कौशल पर चार्ट और मॉडल तैयार किये गए, जिनका सभी अतिथियों ने अवलोकन किया और उनके प्रयासों की सराहना की। सह प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि कार्यशाला में भाग लेने वाली बालिकाओं को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजकीय कन्या महाविधालय के प्राचार्य डॉ. गजादान चारण रहे। विशिष्ट अतिथि लॉ कॉलेज बीकानेर की प्रोफेसर डॉ. मलिक्का परवीन, सुप्रीम फाउंडेशन के मुख्य समन्वयक श्यामबाबू शर्मा, पूर्व सहायक निदेशक बीकानेर गौस मोहम्मद, अति. सीबीईओ रामचंद्र भाटी, पुलिस उपअधीक्षक विक्की नागपाल, मौलाना मो. साबिर सल्फी, पार्षद सतार मोहम्मद खां थे।
खुद के बूते पर बनाएं महिलाएं अपनी पहचान
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए सीबीईओ अशोक कुमार राव ने कहा कि राज्य सरकार की पीएम श्री योजना वाले विद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत होने वाली कार्यशालाएं विधार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हैं। डॉ. गजादान चारण ने कार्यशाला के दौरान नेतृत्व कौशल पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए साक्षर औऱ साक्षरता पर विचार व्यक्त किये।कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि लॉ कॉलेज बीकानेर की विधि प्रोफेसर डा. मल्लिका परवीन ने डिजीटल युग में मोबाइल के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बालिकाओं को अपनी पहचान अपने पिता या पति से नहीं होकर खुद की पहचान बनानी होगी, इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शादी करना महिला की शिक्षा में रुकावट नहीं है। विवाह के बाद भी आप अपना लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने छात्राओं को ‘गुड टच’ और ‘बेड टच’ के बारे में जागरूक करते हुए शिकायत निवारण पेटिका में लिखकर डालने के बारे में बताया। डॉ. परवीना ने आज के युग में बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए प्रत्येक बालिका को अपना लक्ष्य तय करते हुए अध्ययन करने का सुझाव दिया।विशिष्ट अतिथि पूर्व सहायक निदेशक गौस मोहम्मद ने शिक्षा के साथ कौशल का ज्ञान जरूरी बताया और कहा कि अगर माताएं शिक्षित होंगीं, तो बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। मौलाना मोहम्मद साबिर सल्फी ने कार्यक्रम में बालिकाओं को बताया कि जीवन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए कुछ नियमों का अनुसरण करना चाहिए, ताकि समाज में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन मिले। प्रधानाचार्य डॉ. शिल्पी जैन ने पीएम श्री विद्यालय में वर्ष पर्यन्त होने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए इस कार्यशाला के प्रत्येक बिंदु पर जानकारी दी।
सीसी टीवी कैमरों का किया उद्घाटन, साईबर क्राइम के लिए किया सचेत
इस अवसर पर कार्यशाला के दौरान भामाशाह आमीन बल्ख़ी औऱ इशाक मोहम्मद द्वारा दिए गए सीसी टीवी कैमरों का वर्चुअल ऑनलाइन उद्घाटन किया गया। शाला की प्रिंसिपल डॉ. शिल्पी जैन व ओमशंकर गर्वा ने सीओ विक्की नागपाल से यह सीसीटीवी कैमरों का वर्चुअल उद्घाटन करवाया। सीओ विक्की नागपाल ने इस अवसर पर बालिकाओं को साईबर क्राइम के बारे में जागरूक करते हुए अनावश्यक लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह दी तथा 1930 पर कॉल कर साईबर ठगी की सूचना देने के बारे में जानकारी दी। नागपाल ने बालिकाओं को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देने के अलावा ‘गुड टच-बेड टच’ के बारे में भी बताया। कार्यशाला के दौरान उपप्राचार्य ओमशंकर गर्वा का एसडीएमसी सदस्यों द्वारा उनके द्वारा विद्यालय में करवाए गये उल्लेखनीय कार्यों के लिए अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया। एसीबीओ रामचंद्र भाटी और चैनसिंह आरपी ने अंत में आभार ज्ञापित किया।
इन सबका रहा सहयोग
कार्यक्रम को सफल बनाने मे नरेश कुमार, दयाराम, पूनम चौधरी, परमेश्वरी, कृष्ण गोपाल, शशि शर्मा, प्रेमलता, शंकर लाल, वेद प्रकाश स्वामी, रामगोपाल, पूनम वर्मा, निलेश पारीक, गजानंद शर्मा, वेदप्रकाश पारीक, रीना शर्मा, पवन मंडा, संतोष कंवर स्टॉफ सदस्यों के अलावा रमजान अली, हाजी जान मोहम्मद भुट्टा, एडवोकेट मोहम्मद सलीम बीकानेर, जलालुदीन, अब्दुल जब्बार, एसएस बोहरा, एसडीएमसी सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शिव शंकर बोहरा ने किया।
