क्या गुल खिलाने जा रहे हैं लाडनूं के ये पार्षद? जानें पूरी व्यथा-कथा,
नगर पालिका मंडल की बैठक, एसके मैरीज गार्डन की तैयारियां, पालिका कार्यालय का आदेश और मचा हड़कंप, धरना-प्रदर्शन, ज्ञापन और रिजल्ट ‘सिफर..सिफर…सिफर…’
लाडनूं (kalamkala.in)। नगर पालिका मंडल में पालिकाध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित कुछ पार्षदों के बीच परस्पर घमासान मच गया है। सोमवार को आहूत नगर पालिका मंडल की साधारण सभा की बैठक इसी घमासान की भेंट चढ़ गई। सोमवार को जयपुर में कांग्रेस का कार्यक्रम था और इस कारण विधायक मुकेश भाकर लाडनूं नहीं आ सकते थे। इस बात को लेकर काफी कांग्रेस के पार्षद खफा थे। इधर एक गुट विशेष इस बैठक को येन-केन-प्रकारेण विफल करने के प्रयासों में लगा हुआ रहा। आखिर कांग्रेस व भाजपा सारे पार्षद एक हो गए और यहां हाईवे के पास स्थित एसके मैरीज गार्डन में सभी पार्षदों का लंच का कार्यक्रम रखा गया। लंच के बाद वहीं उनकी अलग से बैठक रखी गई। सभी पार्षद बाड़ेबंदी की तरह नगर पालिका की मीटिंग के निर्धारित समय शाम 4 बजे बाद तक रोके रखने और कोरम पूरा नहीं करने देने व बैठक कोरम के अभाव में स्थगित करवाने का तय करके बैठे थे। जो इस मैरीज गार्डन में नहीं पहुंच पाए, उन्हें पालिका की बैठक में भी नहीं पहुंचने की हिदायत दी गई। यह सब करके सभी आश्वस्त थे और फिर एसके मैरीज गार्डन में ही शाम 4.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रख ली गई, ताकि इस सारी स्थिति से प्रेस को अवगत करलाते हुए अपनी-अपनी बाईट देकर मन की पूरी भड़ांस निकाली जा सके।
हमें बैठक में जनहित के मुद्दों पर विचार नहीं करने दिया
इन सब तैयारियों के बीच एक बड़ा धक्का लगा, जब पार्षदों के ग्रुप में पालिका के एक अधिकारी ने एक आदेश की प्रति अपलोड कर दी। बैठक आयोजन के निर्धारित समय चार बजे से पहले पोस्ट किए गए इस आदेश में नगर पालिका मंडल की प्रस्तावित बैठक को स्थगित कर दिया गया। यह सारे पार्षद समूह को एक झटका लगाने वाली कार्रवाई महसूस की गई। मैरीज गार्डन का किराया, खाना-पीना का खर्च और समय व तैयारियां सब धरी की धरी रह गई। इस खीझ को मिटाने के लिए सभी पार्षद वहां से फिर नगर पालिका कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में घुस कर काफी नारेबाजी वगैरह की, तब तक पुलिस भी पहुंच गई। पार्षद सभी बाहर आ गए और नगर पालिका भवन के सामने बैठ कर नारेबाजी करने लगे। बाद में उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को एक ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन में नगरपालिका मंडल की साधारण सभा की बैठक को बिना किसी पूर्व सूचना के स्थगित करके जनहित के खिलाफ कार्य करने की आपति दर्ज करवाने बाबत विषय में बताया गया कि आज 28 अप्रैल को नगर पालिका मण्डल की साधारण सभा का आयोजन रखा गया था, जिसमे विकास के कई एजेन्डों पर विचार-विमर्श होना था। नगर पालिका मण्डल के निर्वाचित पार्षद निर्धारित समय 4 बजे सायं से पहले नगर पालिका कार्यालय पहुंचे, तो कार्यालय में किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी, ना कोई अधिकारी मौजूद था, कर्मचारियों से पता करने पर बताया गया कि निर्धारित समय से 5 मिनिट पूर्व इस निर्धारित साधारण सभा को स्थगित कर दिया गया है। पार्षदों को जनता अपने हितों को पूर्ण करने के लिए निर्वाचित करती है, परन्तु ऐसी प्रशासनिक प्रणाली से निर्वाचित पार्षद जनहित के कार्य नहीं कर पाते। पार्षदों ने अधिशाषी अधिकारी से सम्पर्क किया, तो कोई भी सन्तोषजनक जवाब नहीं देकर अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। अतः जनहित को देखते हुए उचित व आवश्यक कार्यवाही की जावे। इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में उपाध्यक्ष मुकेश कुमार खींची, पार्षद मुरलीधर सोनी, इदरीश खां, रुखसाना, नौशाद अली सिसोदिया, सतार खां, संदीप प्रजापत, दिलीप कुमार टाक, गिरधारी इनाणियां, निर्मला जांगिड़, बाबुलाल प्रजापत, बच्छराज प्रजापत, साकिर, यशपाल आर्य, अंजुम, मनसब खां, गंगाराम वगैरह शामिल हैं।
कांग्रेस और भाजपा सब एक घाट पर ढुके
नगर पालिका मंडल लाडनूं की बैठक के लिए निकाली गई एजेंडा सूचना में 4 बिंदु निर्धारित थे। इसे लेकर पार्षदों में काफी कशमकश रही और मांग थी कि जनहित के कुछ और मुद्दे शामिल होने चाहिएं। इसके बाद उसी निर्धारित बैठक में 8 बिंदुओं को और शामिल करते हुए संशोधित एजेंडा जारी करके कुल विचारणीय बिंदु 12 कर दिए गए, ताकि जनहित के लिए अधितम कार्य सम्पन्न करवाए जा सकें। मगर कुछ विरोध करने वाले इससे भी संतुष्ट नहीं हुए और नगर पालिका कोष में मौजूद धनराशि को जनहित में नहीं लगाने देने की अपनी दुर्नीति के तहत इस बैठक को विफल करने की साजिशों में जुट गए और इसके विरोध में कांग्रेस व भाजपा दोनों के पार्षदों को एक साथ कर लिया। यहां ज्ञातव्य है कि नगर पालिका के अध्यक्ष रावत खां कांग्रेस के हैं और उपाध्यक्ष मुकेश कुमार खींची भी कांग्रेस के हैं। पार्षदों में कांग्रेस और भाजपा दोनों के पार्षद शामिल हैं। मुरलीधर सोनी, दिलीप टाक, निर्मला जांगिड़, बाबूलाल, बच्छराज आदि भाजपा के हैं और नौशाद अली सिसोदिया, सतार खां, यशपाल आर्य, मनसब खां आदि कांग्रेस के हैं। लेकिन यहां सबको एक साथ देखकर आम नागरिक भी आश्चर्यचकित हैं और सब अपने-अपने कयास लगा रहे हैं।
