नागौर में हिप्नोटाईज करके ठगी करने का नया तरीका-
आर्मी की प्रोफाइल पिक्चर लगाकर फर्जी आर्मीमेन बन करते हैं फोन काॅल और हिप्नोटाइज कर करवा लेते हैं रूपए ट्रांसफर,
बेकरी संचालक मेघना चौधरी से 24 हजार और रेस्टोरेंट संचालक रामसिंह सांखला से 55 हजार उड़ाए, नागौर में 8 व्यवसायियों को कर चुके काॅल
नागौर। ठगों ने ठगी करने के नए-नए तरीके इजाद कर लिया हैं। इन्हीं तरीकोें का इस्तेमाल करके उन्होंने नागौर में एक युवती से 24 हजार रूपयों की ठगी की है। कोतवाली थाने में इसका मामला दर्ज हुआ है। एम.काॅम. तक पढी-लिखी यह पीड़ित युवती मेघना चैधरी शहर के भीतरी इलाके में रहने वाली है। 24 वर्षीया मेघना पिछले 4 वर्षों से अपने घर से ही बेकरी का संचालन करने का काम करती है। उसकी बेकरी पर केक के लिए और अन्य बेकरी-आइटम्स के लिए फोन पर और ऑनलाइन ऑर्डर आते रहते हैं। इसी बीच 12 अक्टूबर को दोपहर में मेघना के पास एक कॉल आया, जिसमें काॅल करने वाले ने कहा कि वे आर्मी से बोल रहे हैं और एक केक का ऑर्डर देना है। मेघना ने उन्हें केक का रेट 1300 रुपए बताई। तब उसने कहा कि यहां आर्मी का कैम्प लग रहा है, इसके लिए उन्हें केक चाहिए। इसके बाद उस ठग ने मेघना से ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए उसका पे-नंबर पूछा और अकाउंट में एक रुपया ट्रांसफर किया। तथाकथित आर्मी पर्सन ने उससे एक क्यूआर कोड स्कैन करने को कहा। इसके बाद उन्होंने अपनी बातों में फंसाकर मेघना से 24 हजार का पेमेंट करा लिया। मेघना का कहना है कि इसके बाद उस कॉलर ने उसे सम्मोहित अथवा उसका ब्रेनवाश कर दिया। इस कारण मेघना ने जैसे-जैसे उन्होंने कहा वैसे-वैसे वह करती गई। वह क्या कर रही है, इसका उसको भान तक नहीं हुआ। इस प्रकार मेघना ने अनायास की हिप्नोटाईज जेसी होकर अपने खाते से उन ठगों के अकाउंट में 24 हजार रुपए डाल दिए। इसके बाद वह कुछ पैसे और उनको भेजने वाली थी, लेकिन इस बीच उसके पापा शांतिलाल के घर आ जाने से उसका सम्मोहन टूट गया। फोन कॉल पर पेमेंट करते देख कर पापा ने उसके हाथ से फोन ले लिया, जिस पर एक बार तो जोर चिल्ला पड़ी, इतनी हिप्नोटाईज हो चुकी थी मेघना। इसके बाद पापा ने फोन काट दिया। पापा ने बैंक से ट्रांसफर हुई राशि को रोकने के लिए बैंक में कॉल किया, लेकिन तब तक वे लोग पैसा निकाल चुके थे। इस पीड़ित युवती का कहना है कि वह उन ठगों की बातों में इतना उलझ गई कि पैसे ट्रांसफर करते समय जब पिता ने उसके हाथ से फोन लिया तो वह अपने पापा पर ही चिल्ला पड़ी। उन ठगों ने अपनी प्रोफाईल फोटो भारतीय सैनिकों की लगा रखी थी।
कृष्णा रेस्टारेंट वाले को लगाया 55 हजार का जूता
हिप्नोटाइज कर ठगी करने के इस अनोखा मामले में शिकार बनी नागौर की मेघना चैधरी कोई एकामत्र नहीं हैं उसके अलावा इन ठगों ने हाल ही अन्य 8 लोगों को भी ऐसे ही फोन किए। शहर के सुगन सिंह सर्किल पर रेस्टोरेंट चलाने वाले 27 साल के राम सिंह सांखला को भी ठगों ने हिप्नोटाइज कर 55 हजार की ठगी कर ली। इस मामले में उन्होंने रेस्टोरेंट संचालक को 13 लोगों के भोजन का ऑर्डर दिया। सुगन सिंह सर्किल के इस कृष्णा रेस्टोरेंट के संचालक 27 साल के राम सिंह सांखला ग्रेजुएट हैं। और पिछले दो साल से यह रेस्टोरेंट चला रहे हैं। राम सिंह के पास भी भोजन के लिए ऑनलाइन ऑर्डर आते रहते हैं। 12 अक्टूबर को उनके पास भी आर्मी जवान की प्रोफाइल से एक ऑर्डर आया। ऑर्डर करने वाले ने खुद को आर्मी पर्सन बताया। उन्होंने रामसिंह को 13 लोगों का खाना 7 दिन के लिए करने का ऑर्डर दिया। ठग ने आर्मी पर्सन के रूप में अपने आपको प्रदिर्शत करते हुए कहा कि वे अर्मी में होने के कारण गूगलपे, फोनपे या भीम ऐप जैसे ऐप का यूज नहीं करते, इसलिए मशीन से पेमेंट करेंगे। राम सिंह को उन्होंने अपने फोनपे पर गैलरी में जाकर सेना के नाम से बना एक क्यूआर कोड स्कैन करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्कैन करने पर पेमेंट हो जाएगा। क्यूआर कोड पर भी आर्मी चेक लिखा था, तो उसे भरोसा हो गया। स्कैन किया तो 5 बार में 55 हजार रुपए अकाउंट से उड़ गए। पहले 12 हजार, फिर 24 हजार 999, फिर 6 हजार, 2 हजार और 10 हजार। राम सिंह ने बताया कि ये ठग इतने शातिर थे कि जब वह कोतवाली थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा, तो थाने में भी उसकेे मोबाइल पर उनका फोन आया और बोले कि हम आपको 15 हजार रुपए पे कर रहे हैं। तब साथ में बैठे भाई ने फोन छीन लिया।
अब तक नागौर में ही 8 लोगों को कर चुके काॅल
इस प्रकार ये शातिर ठग आर्मी-पर्सन बनकर अकेले नागौर में ही 8 लोगों को कॉल कर चुके हैं। ठगों ने अपनी प्रोफाइल पर सैनिकों के फेक फोटो लगा रखे हैं। इस प्रकार इनके द्वारा यह ठगी के साथ साथ सेना को भी बदनाम किया जा रहा है। ये ठग आर्मी पर्सन की फेक आईडी लगाकर लोगों को भरोसे में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। नागौर शहर में मेघना या रामसिंह ही नहीं बल्कि 8 लोगों के पास ऐसे ही फोन कॉल आए। ये सभी व्यापारी हैं। शातिर ठग अपने आपको आर्मी के जवान बताते हैं। उनकी प्रोफाइल में आर्मी-पर्सन की प्रोफाइल पिक्चर लगाई हुई है। फोन पर वे न सोचने का समय देते हैं और न ज्यादा बोलने या पूछताछ करने का। आर्मी के नाम से ही लोगों को उन पर भरोसा होने लगता है, जिसका वे फायदा उठाते हैं। देशभर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बैंक और पुलिस की ओर से आमजन को अपनी बैंकिंग डिटेल्स और ओटीपी किसी से भी शेयर नहीं करने की हिदायत दी जा रही है। ऑनलाइन ठगी के शिकार होने से बचने के लिए हर तरह से लोगों को अवेयर किया जा रहा है। इसके बावजूद लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।
गोटन में भी हुआ था स्केन करके ठगी करने का मामला
इससे पूर्व जिले के गोटन थाना क्षेत्र में करीब एक साल पहले सरिया व्यापारी से माल खरीदकर उसे डिलीवरी के समय ऑनलाइन पेमेंट करने का झांसा देकर 25 हजार रुपए की ठगी करने का मामला हुआ था। इसमें ठग ने खुद को सेना का कर्नल बताया था। व्यापारी के मोबाइल में रुपए जमा होने की जगह जब रुपए निकालने का मैसेज आया तो उसे ठगी की भनक लगी। इस ठग ने भी फोन पर बात करके माल खरीदा था और ऑनलाइन पेमेंट के बहाने स्कैन कर रुपए निकाल लिए थे।