अणुव्रत प्रवर्तक आचार्य तुलसी की जन्मभूमि लाडनूं में आचार्य महाश्रमण का त्रिदिवसीय प्रवास 11 नवम्बर से,
अणुव्रत समिति बनाएगी तीन स्वागत द्वार और शामिल होंगे जुलूस में, चलाया जाएगा नशामुक्ति अभियान
लाडनूं। स्थानीय अणुव्रत समिति की एक बैठक यहां दूसरी पट्टी स्थित वितराग भवन में समिति के अध्यक्ष शांतिलाल बैद की अध्यक्षता में रखी गई। बैठक में अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के लाडनूं में त्रिदिवसीय प्रवास 11, 12 व 13 नवम्बर करणीय कार्यक्रमों पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आचार्यश्री के आगमन पर तीन स्वागत द्वार बनाए जाएंगे। समिति के सभी सदस्य बैनर सहित उनके स्वागत जुलूस में शामिल हांेगे। साथ ही आगामी दिनों में नशामुक्ति, सद्भावना व नैतिकता के विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाने पर विचार किया गया। इस अवसर पर नशामुक्ति अभियान निरन्तर संचालित किये जाने व तहसील के एक गांव को अणुव्रत गांव के रूप मे विकसित करने का आह्वान किया गया। समिति के मंत्री डा. वीरेंद्र भाटी मंगल ने सभी का स्वागत करते हुए सुझाव आमंत्रित किए। बैठक का शुभारम्भ अणुव्रत गीत के सामूहिक संगान के साथ हुआ। बैठक में अणुव्रत समिति के संरक्षक प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी, शुभकरण बैद, अब्दुल हमीद मोयल, रेणु कोचर, अंजना शर्मा, बहादुर खां, मो. अयूब, प्रेमप्रकाश सोनी, राजकुमार सांखला, राजेश नाहटा, विष्णु भोजक, प्रेम बैद, अनीता चैरडिया, संगीता नाहर, संतोष बैद सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।