जैन विश्व भारती आया जापानी दल एक सप्ताह के प्रवास के बाद वापस रवाना,
जापानी दल ने की लाडनूं की प्राचीन हवेलियों की सराहना और नागरिकों के आपसी सौहार्द्र की प्रश्ंसा की
लाडनूं। जापानी अध्यापक शाका मोटो के नेतृत्व में जापान का एक दल लाडनूं की जैन विश्व भारती में पहुंचा। दल ने यहां लाडनूं के विभिन्न प्राचीन स्थलों व हवेलियों की सैर की ओर उन्हें देख कर यहां की कला, कारीगरी व नागरिकों के आपसी सौहार्द की प्रशंसा की। कम्पनी गाइड संजीव भंडारी ने बताया कि जापान से आये हुए 11 सदस्यीय दल का लाडनूं में अनेक स्थानों पर स्वागत किया गया। यह दल लाडनूं के जैन विश्व भारती में एक सप्ताह तक रुका और यहां चल रहे योग व प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षण में भाग लिया। दल के सदस्यों ने बताया कि उनका दूसरी बार आचार्य तुलसी की नगरी लाडनूं में आना हुआ है। यहां उन्होंने जैन धर्म एंव सर्वधर्म की भावनाओं को समझने का प्रयास किया। वे जापान में यहां के योग, प्रेक्षा व जैन धर्म का प्रसार भी करेंगे। उन्होंने यहां के लोगों में आपसी सौहार्द व मिलजुल कर रहने की भावनाओं की सराहना की है। यहां बस स्टैंड स्थित निर्मल होटल में रुकने के बाद यह दल जापान के लिए रवाना हुआ। इस दौरान एडवोकेट भोमराज नायक, पंचायत समिति सदस्य निर्मल कुमार प्रजापत, जर्नलिस्ट अबूबकर बल्खी, गोपी आदि ने बस स्टैंड पर उनका स्वागत किया।
