भंवर सिंह पलाड़ा बनाएंगे प्रदेश स्तर पर नई राजनीतिक पार्टी, सभी कौमों से हुई बातचीत,
राज्य की 100 सीटों पर प्रत्याशी तय किए, सभी 200 सीटों पर रहेगी कार्यकर्ताओं की फौज,
पलाड़ा ने कहा- जूते उठाने एवं चमचागिरी का दौर को करेंगे खत्म, महाराणा प्रताप की तरह स्वाभिमान जरूरी
हरसौर। नागौर व अजमेर जिले की राजनीति में खासी दखल रखने वाले नेता भंवरसिंह पलाड़ा ने राजनीति में मौजूदा कोई दल रास नहीं आया है और इन सबसे अपनी अलग राह बनाने की ठान ली है। खो-खो संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं भाजपा के पूर्व नेता भंवरसिंह पलाड़ा ने प्रदेश स्तर पर नई राजनीतिक पार्टी गठन करने का मानस बना लिया है। इस बात के संकेत देते हुए उन्होंने कहा है कि इस संबंध में पूरी कवायद कर ली गई है। एक सामाजिक कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, सांसद दिया कुमारी, पूर्व सांसद गोपाल सिंह ईडवा एवं मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुल्तान सिंह के साथ मंच साझा करते हुए पलाड़ा ने आगामी विधानसभा चुनावों में एक नई पार्टी बनाने की बात कही।
बड़ा राजनीतिक संगठन खड़ा किया जाएगा
उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं और महाराणा प्रताप की तरह अपने स्वाभिमान पर कभी भी आंच नहीं आने दी। उन्होंने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि वर्तमान समय में पार्टियों में जूते उठाने एवं चमचागिरी का दौर आ गया है। लोग आपको डराएंगे, मगर जो हिम्मत करके सामना करेगा, लोग उससे डरेंगे। आगामी विधानसभा चुनावों में वे प्रदेश की छत्तीस कौमों को साथ लेकर नई पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं, किसानों, दलित, वंचित एवं कमजोर तबकों के लोगों से रायशुमारी कर बड़ा राजनीतिक संगठन खड़ा किया जाएगा। अभी तक करीब 100 विधानसभा क्षेत्रों में जिताऊ प्रत्याशियों से बात हो चुकी है और सभी ने कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने की सहमति दे दी है। जल्द ही पूरे 200 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की फौज तैयार की जाएगी तथा नई विचारधारा की मजबूती के लिए प्रयास किया जाएगा। इस दौरान जगह-जगह उनका सर्व समाज के लोगों ने स्वागत किया। इस अवसर पर मोहब्बत सिंह गुढ़ा, कुलदीप सिंह गोल, जस्साराम गुर्जर, सरपंच रघुवीर सिंह गुढ़ा, रविन्द्र सिंह बनवाड़ा, सुरेश मिश्रा, आकाश दिवाकर, महेंद्र सिंह राठौड़, मूलाराम प्रजापत, हंसराज जाकेटिया, छोटूलाल सेन सहित बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग मौजूद रहे। स्मरण रहे पलाड़ा ने अजमेर जिला प्रमुख चुनावों में भाजपा से सिम्बल नहीं मिलने पर अपनी दूरदर्शिता एवं सूझबूझ का परिचय देते हुए पत्नी सुशील कंवर पलाड़ा को दूसरी बार प्रमुख की कुर्सी पर बैठाया था।
वसुंधरा राजे के हैं मुरीद
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से भी पलाड़ा की नजदीकियां रही हैं। पलाड़ा ने वसुंधरा के अजमेर आगमन पर अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया था। भाजपा के नेता रह चुके भंवर सिंह पलाड़ा ने अपने भाजपा छोड़ देने के बाजूद वसुंधरा राजे के साथ सक्रिय बने हुए हैं। उनके बेटे शिव प्रतापसिंह पलाड़ा ने गत वर्ष अपने समर्थकों की भीड़ के साथ राजे का 101 किलो की माला पहनाकर व तलवार भेंटकर करके सम्मान-स्वागत किया था और राजे के 2023 में फिर से मुख्यमंत्री बनने के नारे भी लगाए थे।