भारत विकास परिषद ने किया संतों का सम्मान,
लाडनूं के चैनदासजी के मंदिर (राधेश्याम मंदिर) में हुआ आयोजन


लाडनूं (kalamkala.in)। भारत विकास परिषद की स्थानीय शाखा द्वारा परिषद की स्थापना के 62 वर्ष पूर्ण होने और गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संतों के सम्मान का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां राहूगेट के अंदर चैनदास जी के मंदिर (श्री राधेश्याम मंदिर) में हुए इस कार्यक्रम में भाविप कार्यकर्ताओं ने भजन-कीर्तन किया और फिर समागत संतों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के रामद्वारा सत्संग भवन में विराजित संत अमृता राम महाराज, करंट बालाजी मंदिर के महंत बजरंग पुरी महाराज और मुरली मनोहर मंदिर के महंत गौतमदत्त शास्त्री का सम्मान शॉल, श्रीफल, पुष्पमाला और दुपट्टा ओढ़कर किया गया। इस अवसर पर संत अमृता राम महाराज ने भारत विकास परिषद की सेवा, सम्पर्क, सहयोग, समर्पण, संस्कार और राष्ट्रप्रेम आदि आयामों की गहन प्रशंसा की और परिषद की विचारधारा के जीवन को ढालने की आवश्यकता बताई। नीतेश माथुर ने भारत विकास परिषद के स्थापना दिवस को लेकर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की और परिषद के स्वर्णिम इतिहास से अवगत कराया। अंत में बृजेश माहेश्वरी आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में हनुमान मल जांगिड़, सुशील कुमार पीपलवा, पुरूषोतम सोनी, महेंद्र बाफना, सुशील दाधीच, बृजेश माहेश्वरी, सुरेश जाजू, लूणकरण शर्मा, नितेश माथुर, प्रकाश सोनी, गणेश चौहान, विजय चौहान, दीनदयाल पंसारी, पदमचंद जैनाग्रवाल, ललित सोनी, अंजना शर्मा, दिव्या माथुर आदि उपस्थित रहे।







