लाडनूं में सिवरेज कार्य के दौरान तोड़ी सड़कों को एक-एक साल से नहीं किया गया दुरूस्त,
भाजपा नेता कर्नल सिंह ने कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर विचार विमर्श किया और दी आंदोलन की चेतावनी
लाडनूं। लाडनूं की दुर्दशा को देख कर यहां आने वाला हर व्यक्ति दुःखी हो जाता है। सिवरेज कार्य के नाम पर यहां लोगों के लिए परेशानियां ही परेशानियां पैदा की जा रही है। इसे लेकर अब चिन्तित नेताओं ने राज्य सरकार और प्रशासन का ध्यान दिलाने के साथ ही आंदोलन करने तक की चेतावनियां दी हैं। भाजपा नेता कर्नल प्रतापसिंह रोडू ने कहा है कि सिवरेज लाईन के नाम पर लाडनूं शहर की ठेकेदारों ने दुर्गति कर रखी है। यहां करीब दो साल से रूडीप के तत्वावधान में सिवरेज की योजना की क्रियान्विति की जा रही है, जिसका ठेका एनएंडटी कम्पनी का है, लेकिन इस कम्पनी ने सब ठेकेदारों को आगे ठेके दे दिए और वे निर्धारित मापदंड के मुताबिक कोई कार्य नहीं कर रहे हैं। यहां किया जाने वाला समस्त कार्य गुणवताहीन और नागरिकों के लिए परेशानियां पैदा करने वाला है। उन्होंने यहां कार्यकर्ताओं की एक बैठक लेकर लाडनूं की जन समस्याओं के बारे में विचार-विमर्श किया, जिसमें राजपूत युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष दशरथ सिंह बरड़वा, कर्मचारी नेता गजेन्द्रसिंह राठौड़, भूपेन्द्र सिंह राठौड़, विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह नुंवा, शिम्भुसिंह तोलियासर आदि सम्मिलित हुए। बैठक के बाद पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कर्नल प्रतापसिंह ने बताया कि लाडनूं शहर में पिछले करीब एक-एक साल से तोड़ी गई महत्वपूर्ण सड़कें तक वापस दुरूस्त नहीं की गई है और उनके कारण यातायात और नागरिकों के आवागमन में बाधाएं और परेशानियां पैदा हो रही है।
पाईप लाईनें तक तोड़ डाली
कर्नल सिंह ने बताया कि जलदाय विभाग की पेयजल सप्लाई की लाईनों तक को क्षतिग्रस्त कर दिए जाने के कारण लोगों के लिए लम्बे समय पर पानी की आपूर्ति तक बंद हो जाने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने बताया कि करोड़ों रूपयों की यह जनहित की महत्वाकांक्षी योजना अव्यवस्थाओं, मनमानी, दुर्गति और गड़बड़ियों की शिकार है। इसाके कारण लोग बहुत परेशान हो चुके हैं। मगर रूडिप और ठेकेदार कम्पनी के अधिकारी इस तरफ शिकायतों के बावजूद कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अगर अधिकारियों ने इसा तरफ ध्यान देकर सही व्यवस्थाएं कायम नहीं की और तोड़ी गई समस्त सड़कों को वापस नहीं बनवाया, तो जनता का रोष आंदोलन के रूप में सामने आएगा। उन्हांेंने बताया कि इस बारे में वे शीघ्र ही जयपुर में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव आदि को विस्तार से बताएंगे और आवश्यकता हुई तो जनहित में आंदोलन के लिए भी आगे आएंगे।