बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने मारी पीछे से टक्कर, 2 लोको पायलट और एक गार्ड समेत 8 लोगों की मौत
प्रयागराज (सुशील दुबे, मीडिया प्रभारी)। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा क्षेत्र में कंचनजंगा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। इस टक्कर से पीछे की तीन बोगियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। इस हादसे में कुछ लोगों की मौत भी हुई है। दार्जिलिंग में सोमवार सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में 2 लोको पायलट और एक गार्ड समेत 8 लोगों की मौत हुई है। ईस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने इसकी पुष्टि की। एक न्यूज एजेंसी पीटीआई ने 15 लोगों की मौत और 60 के घायल होने की जानकारी दी है।
पांच डिब्बे हुए क्षतिग्रस्त
कौशिक मित्रा ने बताया कि कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के आखिरी में दो पार्सल और एक एसएलआर कोच लगे हुए थे। इसमें कोई पैसेंजर नहीं था। ट्रेन के 5 डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं। 12:40 बजे एक स्पेशल ट्रेन सियालदह के लिए रवाना हो चुकी है। ट्रेन में अधिकतर यात्री मालदा और बोलपुर के हैं। सिंगल लाइन पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी गई है।
भीषण टक्कर में डिब्बा हवा में लटका
कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) 16 जून को सुबह 8:15 बजे अगरतला से रवाना हुई थी। इसे 17 जून को शाम 7:20 बजे सियालदह पहुंचना था। हादसा न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के करीब रंगापानी में हुआ। ट्रेन रेड सिग्नल की वजह से यहां रुइधासा में रुकी हुई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक गया। अन्य दो डिब्बे बेपटरी हो गए।
भारी बारिश के कारण सिग्नल नहीं दिखा
रेलवे के मुताबिक, आशंका है कि भारी बारिश की वजह से मालगाड़ी का पायलट सिग्नल नहीं देख पाया, जिसके कारण दुर्घटना हुई। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत रेलवे और बंगाल के अधिकारी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं।