लाडनूं में फर्जी दस्तावेजात तैयार करके बेशकीमती जमीनें हड़पने की साजिश का मामला दर्ज, पूर्व पार्षद सहित चार को बनाया आरोपी,
भाइयों व बहिनों के बनाए फर्जी हस्ताक्षर, फर्जी पहचान लगाकर कराए नोटरी तस्दीक, फर्जी शपथ पत्र लगाए
लाडनूं। पुश्तैनी जमीनों को हड़पने की नियत से फर्जी हस्ताक्षरों से जाली दस्तावेज तैयार करके उन्हें असली के रूप में काम में लेने के एक मामले में स्थानीय पुलिस ने एक रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की है। रिपोर्ट में प्रार्थी भागचन्द जैन पुत्र झूमरमल जैन (बड़जात्या) निवासी लाडनूं हाल निवासी दीमापुर नागालैण्ड ने आरोप लगाया है कि लाडनूं के वार्ड सं. 21 व 26 में उसके पिता स्व. झूमरमल जैन के नाम से पट्टायुक्त आवासीय भूमि स्थित है, जिसका पट्टा उनके पूर्वजो के नाम से बना हुआ है और उसमें उनका हक व हिस्सा विरासत के तौर पर है। इन दोनों भूमियों की स्थिति हुनमान गेट मंदिर के पास और बस स्टेण्ड चैक पर है। दोनों ही जमीनें प्रार्थी की पुश्तैनी पट्टायुक्त है। इन दोनों जायगा के संबंध में मुल्जिम जीवणमल बडजात्या पुत्र झूमरमल बड़जात्या जाति जैन निवासी राहुगेट लाडनूं द्वारा नगर पालिका में अपने अकेले के नाम से पटटा बनवाने हेतु आवेदन संख्या 1016 दिनांक 17.11.2022 व आवदेन संख्या 1455 दिनांक 27.03.2023 को नगरपालिका में पेश किया गया। गौरतलब है कि ये दोनों जमीनें लाडनूं के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों राहूगेट व बस स्टेंड पर स्थित है और उनकी कीमत करोड़ों रूपयों से भी अधिक है। पुलिस ने चार जनो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है, जिनमे मुख्या मुलजिम जीवन मल नगर पालिका में पार्षद रह चुका।
फर्जी सहमति पत्र बनाए व फर्जी शपथ पत्र दिए
रिपोर्ट में बताया है कि मुल्जिम प्रार्थी का सगा भाई है, जिसको इन दोनों भूमियों के प्रार्थी, उसके भाई राजकुमार जैन व बहिनों शशि जैन व लक्ष्मी जैन का हिस्सा होने की पूरी जानकारी है। इसके बावजूद मुलजिम ने स्वयं को सदोष लाभ पहुंचाने व प्रार्थी व उसके भाई को सदोष हानि पहुंचाने के आशय से नगर पालिका में पेश दोनों आवेदनों के साथ उनके फर्जी हस्ताक्षरों के सहमति पत्र संलग्न किए हैं। ये सहमति पत्र पूर्ण पूर्ण रूप से फर्जी होने के बाद भी उन पर दोनों भाइयों प्रार्थी व भाई राजकुमार जैन के जाली हस्ताक्षर मुल्जिम जीवणमल बडजात्या व उसके पुत्र विकास कुमार ने किए हैं। फिर दोनों ने आपसी षडयंत्र रचकर उन हस्ताक्षरों को सही साबित करने के उद्देश्य से नोटरी पब्लिक से तस्दीक भी करवाये हैं। इन पर पहचानकर्ता के रूप में मुल्जिम विकास कुमार ने अपने हस्ताक्षर किए हंै। फर्जी आवेदन पत्र में इन दोनों मुल्जिमान का सहयोग मुल्जिम पारसमल जैन पुत्र रामनिवास जैन निवासी सुखदेव आश्रम के पास बस स्टेण्ड व मागीलाल जैन पुत्र सोहनलाल जैन निवासी सुखदेव आश्रम के पास बस स्टेण्ड ने अपने शपथ पत्र आवेदन पत्रों के साथ लगाए हंै। इस प्रकार फर्जी दस्तावेज तैयार करके अकेले भूमियां हड़पने के लिए पट्टा बनाने की फाईलें लगाने का आपराधिक दृष्कृत्य किया गया है। इस सम्बंध में नगरपालिका में फाईलों पर आपति भी पेश की गई है। पुलिस ने इस रिपोर्ट पर जीवनमल बड़जात्या, विकास कुमार बड़जात्या, पारसमल जैन व मागीलाल जैन के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादस के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है। मामले की जांच थाना प्रभारी रामनिवास मीणा एएसआई कर रहे हैं।