लद्दाख में शहीद हुए शौर्यचक्र विजेता भैराराम घिंटाला की मूर्ति का अनावरण,
कसुम्बी में बीआरओ के उप महानिदेशक आशुसिंह ने बताई शौर्य गाथा
लाडनूं। तहसील के ग्राम कसुम्बी में शौर्यचक्र विजेता शहीद भैराराम घिंटाला की मूर्ति का अनावरण सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर तथा सीमा सड़क सुरक्षा संगठन के उप महानिदेशक आशुसिंह लाछडी, द्वारा किया गया। भारी जयघोषों के साथ प्रतिमा को अतिथियों ने अनावृत किया। शहीद प्रतिमा अनावरण समारोह को सम्बोधित करते हुए बीआरओ के उप महानिदेशक आशुसिंह ने शौर्यचक्र विजोता भैराराम की शौर्यगाथा बताते हुए कहा कि पायनियर भैराराम सन् 1990 में खरदुंगला दर्रा, जो कि लद्दाख में 17 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। वहां वे बर्फ हटाते हुये शहीद हो गये थे। उन्होंने बताया कि बीआरओ में अब तक 218 शहीदों को शौर्यचक्र मिल चुका है। भैराराम उनमें से एक है। बीआरओ शहीद की यह पहली मूर्ति स्थापित की गई है। यह प्रतिमा शहीद भैराराम के जन्मदिवस पर अनावृत की गई। ज्ञातव्य रहे कि इस मूर्ति की स्थापना आशुसिंह लाछडी की पहल पर ही की गई है। समारोह में विधायक मुकेश भाकर, भाजपा नेता कर्नल प्रतापसिंह रोडू, परिवहन विभाग के संयुक्त आयुक्त डा. नानूराम चोयल, राजपूत युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष दशरथ सिंह बरड़वा, पंचायत समिति सदस्य महेन्द्र सिंह ललासरी, ओमप्रकाश बागड़ा, हनुमानसिंह रूल्याणी, भंवर सिंह तंवरा, सुजानगढ के पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा, रामनिवास पटेल आदि भी अतिथि के रूप में मंचस्थ रहे। समारोह में अतिथियों ने शहीद परिवार के सदस्यों को दुपट्टा पहनाकर उनका स्वागत-सम्मान किया। कार्यक्रम में बड़ी सख्या में महिला-पुरूष सम्मिलित हुए।