सांडास गांव में दो पक्षों में परस्पर झगड़े में मंदिर, दीवार व टीनशैड टूटा, गाड़ी चढा कर मारने की कोशिश,
दोनों पक्षों के सात जने घायल
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। तहसील के ग्राम सांडास में दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में एक पक्ष के लोगों ने एकत्र होकर केम्पर गाड़ी के साथ हथियारों सहित हमला किया और घर की दीवारें, टीनशैड, रामदेव मंदिर तोड़ डाले तथा बाप-बेटे पर हमला कर उन्हें लहुलुहान कर डाला। इस बारे में दोनों पक्षों की ओर से पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। एक पक्ष शिवदान पुत्र पूर्णाराम मेघवाल ने पुलिस को रिपोर्ट देकर केम्पर से जान से मारने की कोशिश और घर में घुसकर तोड़फोड़ करने का मामला दर्ज करवाया है। रिपोर्ट के अनुसार 25 मार्च को दोपहर में वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ घर पर थे, तभी अभियुक्त प्रेमाराम पुत्र मेघाराम एक केम्पर गाड़ी चलाते हुए आया। उसके साथ अभियुक्त मंगनीराम पुत्र मेघाराम भी था। इतने में अभियुक्त काशीराम पुत्र मेघाराम, सुगना पुत्री मेघाराम, गीता पुत्री मेघाराम भी हाथों मे लाठी, लोहे की कस्सियां व कुल्हाड़ी लेकर आ गये। इस पर उन्होंने घर का गेट बंद कर लिया। लेकिन वे अभियुक्त पत्थरों से गेट तोड़ने लगे। इस पर उसने अपने पुत्र भीकाराम व भाई पीथराम को मौके पर बुलाया। इससे अभियुक्त प्रेमाराम व मंगनीराम आग-बबूला हो गये और बुरी तरह पत्थर फेंकने लगे। उन्होंने अपनी केम्पर गाड़ी को तेज गति से चलाकर घर में घुसाने का प्रयास किया, जिससे घर में बना हुआ रामदेवजी का मन्दिर तोड़ दिया।अभियुक्तों की पूरे घर को ही तहस-नहस करने के हमले को देख कर वे घर के पीछे के रास्ते से बाहर निकल गए। लेकिन, अभियुक्त प्रेमाराम व मंगनीराम ने गाड़ी को स्पीड से चला कर उन पर चढा कर जान से मारने का प्रयास किया,तो वह बचने के लिए पास की सींव पर चढ गया। अभियुक्त उसे व उसके परिवारजनों को मारने के लिए गाड़ी दौड़ाता रहा। अंत में गाड़ी दीवार से जा टकराई। इससे उसके भाई पीथाराम के घर की दीवार व लोहे के टीन वगैरह तोड़ दिए। इसके बाद अभियुक्त प्रेमाराम व अन्य भाग गए। इस हमले में उसके भाई पीथाराम को और उसके बेटे को बहुत चोटें आई। साथ ही भाई पीथाराम के घर के पास में ही रास्ते में बैठे उनके पिता पर भी गाड़ी चढा दी, जिससे उनको भी चोटें आई। इस सब हमले के दौरान गाड़ी मे बैठे अभियुक्त मगनीराम को भी चोट पहुंची। इस वारदात से उनका पूरा परिवार सहम गया। पुलिस ने धारा 143, 341, 323, 452 व 427 भादस के तहत मामला दर्ज किया है। घायल यहां चिकित्सालय में भर्ती हैं।
दूसरे पक्ष ने भी दर्ज करवाई रिपोर्ट
दूसरी तरफ इन हमलावरों ने भी बाद में पुलिस को रिपोर्ट दी। यह रिपोर्ट काशीराम (23) पुत्र मेघाराम मेघवाल द्वारा दी गई, जिसमें बताया गया है कि 25 मार्च को दोपहर में मुल्जिमान पीथाराम, शिवदान, लिछ्मा पत्नी पीथराम, रामाकिशन पुत्र पीथाराम, भीकाराम पुत्र शिवदान, राधा पुत्री पीथाराम, संतोष पुत्री शिवदान, पांची पत्नी भीकाराम, सुनिता, विमला पुत्रियां शिवदान मेघवाल षड्यन्त्रपूर्वक एक राय होकर लाठियां व लोहे के सरिये लेकर उनके घर जान से मारने की नियत से आये और उसके दादा पूर्णाराम, पिता मेघाराम, भाई मगनाराम व बहिन गीता के साथ लाठियों व सरियों से मारपीट की। मुल्जिम पीथाराम व पिता मेघाराम के नाम से घर पर खड़े केम्पर वाहन को चलाकर उसके भाई प्रेमाराम व पूर्णाराम को मारने के लिए केम्पर के नीचे दबाने का प्रयास किया। संयोग से प्रेमाराम बच गया, परन्तु उसके दादा पूर्णाराम के उपर से केम्पर निकाल दी। मुल्जिमानों की मारपीट से उसके पिता, दादा, भाई व बहिन गम्भीर घायल व बेहोश हो गये तथा मुल्जिमान उन्हें मरा समझकर वहां से चले गये। जाते हुए उसके पिता के नाम से वाहन केम्पर को मुल्जिम पीथाराम चोरी करके ले गया, जिसमें वाहन के समस्त दस्तावेज भी थे। उसके दादा पूर्णाराम की जेब से 53 हजार रूपये व हिसाब-किताब की डायरी भी मुल्जिम लिछमा ने निकाल ली। गांव के लोगों ने उनके दादा, पिता, भाई, बहिनों को निजी वाहन व 108 एंबुलेंस की सहायता से राजकीय अस्पताल लाडनूं पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन सबको गंभीर होने के कारण रैफर कर दिया, अब वे इलाज के लिए सीकर में भर्ती हैं। पुलिस ने इस रिपोर्ट को धारा143, 341, 323, 452 व 379 भादस में दर्ज किया है। प्रकरण की जांच एएसआई राजेन्द्र गीला कर रहे हैं।