आजीविका के लिए विदेश में काम करने वाले मजदूर से 1.10 लाख हड़प कर आंखें दिखाई,
जसवंतगढ के मुलजिम ने तनख्वाह दबाई और वीजा रिन्यूवल के नाम से ठगी की
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। विदेश में रह कर खाने-कमाने वाले एक व्यक्ति की वीजा अवधि समाप्त होने पर उसके वेतन की राशि हड़पने और वीजा रिन्यूवल करवाने के नाम पर ठगी करते हुए कुल 1.10 लाख रुपयों की धोखाधड़ी का मामला स्थानीय पुलिस ने दर्ज कर जांच शुरू की है। इस आशय की रिपोर्ट महबूब खां पुत्र भभूत खां कायमखानी निवासी वार्ड नंबर 7, बड़ा बास, लाडनूं ने कोर्ट के जरिए धारा 156 (3) के तहत मुलजिम नूर खां पुत्र इलियास खां कायमखानी निवासी जसवन्तगढ़ के विरुद्ध धारा 420, 406 भा.द.स के तहत दर्ज की गई है।
इस प्रकार घटित हुआ ठगी का पूरा मामला
महबूब खां ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वह कमाने खाने के लिये विदेश रहता था, जहां नूर खां पुत्र इलियास खां कायमखानी निवासी जसवन्तगढ़ के यहां वह बिल्डिंग लाईन का काम करता था। गत वर्ष 24 दिसम्बर को उसकी वीजा अवधि खत्म होने लगी तो उसने मुल्जिम नूर खां को कहा कि वीजा खत्म होने की बात बता कर अपनी बकाया तनख्वाह मांगी, जिस पर उसने दो महिने की तनख्वा 70 हजार रूपए बकाया बताते हुए जसवन्तगढ़ जाकर उसके घर से लेने का बोला। 22 दिसम्बर 2023 को वह विदेश से लाडनूं आ गया। इसके बाद 29 दिसम्बर अभियुक्त नूर मोहम्मद भी विदेश से जसवन्तगढ़ आ गया। इस पर वह अभियुक्त नूर मोहम्मद के घर गया एवं बकाया रूपए मांगे, तो उसने 40 हजार रुपये और मांगे तथा कहा कि वह उसकी वीजा रिन्यू करवा देगा एवं वापिस काम पर भी लगा देगा और उसकी बकाया तनख्वाह भी दे देगा। इसके बाद गत 1 जनवरी को अभियुक्त उसके घर लाडनूं आया एवं उससे बेटे असलम खां के सामने 40 हजार रूपये वीजा रिन्यू करवाने के नाम पर लिये एवं कहा कि पांच दिन बाद वीजा रिन्यू करवा देगा।
रुपए हड़प लिए हैं, जो करना हो वो कर लो
इसके बाद अभियुक्त नूर खां से बार-बार सम्पर्क करने पर भी उसने उसकी वीजा रिन्यू नहीं करवाई एवं उसकी बकाया तनख्वाह के 70 हजार रूपये भी नहीं दिए। इस प्रकार वीजा रिन्यू के नाम पर 40 हजार और वेतध के 70 हजार रूपये हड़प लिये। रूपयें मांगने पर उसे धमकी दी जाने लगी कि तुमसे रूपये हड़प कर लिये, अब तुमसे जो होता हो, वो कर लो। इस वारदात की रिपोर्ट उसने गत 8 फरवरी को पुलिस थाना लाडनूं मे दी, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं होने से 7 मार्च को पुलिस अधीक्षक डीडवाना-कुचामन को जरिये डाक वह रिपोर्ट प्रेषित की, लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही नहीं होने से न्यायालय के समक्ष मामला प्रस्तुत किया गया। इस पर न्यायालय के आदेश से पुलिस ने मामला दर्ज कर जां शुरु की। मामले की जांच हेड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह चारण कर रहे हैं।