न्यायाधीशों और वकीलों ने मिल कर किया वृक्षारोपण और उनके पोषण का संकल्प लिया
लाडनूं। ‘हरित न्याय अभियान’ के तहत स्थानीय न्यायालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया। साथ ही इस अवसर पर लोक अदालत के संबंध में जानकारी भी दी गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मेडता के निर्देशानुसार न्यायालय परिसर लाडनूं में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश लाडनूं उत्तमा माथुर द्वारा न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के साथ मिल कर वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर बताया गया कि वृक्षों से हमारी पृथ्वी हरी-भरी रहती है। वृक्षों से हमें जीवनदायिनी ऑक्सीजन प्राप्त होती है, इसलिये हम सभी को वृक्षारोपण कर पेड़ों की देखभाल करनी चाहिए। हर व्यक्ति को अपने जीवन में अधिकतम वृक्ष लगाने का प्रयास करना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके और मानव जीवन पर कोई संकट ना आये। इस दौरान डॉ. प्रियेश माथुर तथा अधिवक्तागण, मुन्नालाल टाक, चेतन सिंह शेखावत, शेर सिंह जोधा, ईश्वर राम, महावीर गुर्जर, धीरज सिंह तथा न्यायालय स्टाफ उपस्थित रहे, जिन्होंनें वृक्षारोपण का संकल्प किया। इसके साथ ही न्यायालय द्वारा 13 जुलाई को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रकरणों के अधिकाधिक संख्या में निस्तारण बाबत भी दिशानिर्देश दिए।