लाडनूं नगर पालिका के ईओ सुरेन्द्र मीणा निलम्बित हुए, इसके साथ ही हुआ ईओ चेयरमैन विवाद का पटाक्षेप
लाडनूं। नगर पालिका में काफी समय से विवादित रहे अधिशाषी अधिकारी सुरेन्द्र कुमार मीणा को राज्य सरकार ने निलम्बित कर दिया है। सोमवार को उनके स्थान पर पुरुषोत्तम पंवार ने ईओ का कार्यभार संभाला। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक हृदेश कुमार शर्मा ने एक आदेश जारी करके नगर पालिका लाडनूं के अधिशाषी अधिकारी सुरेन्द्र कुमार मीणा के विरूद्ध नगर पालिका लाडनूं से संबंधित प्रकरण में राजस्थान सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1958 के नियम 16 के अन्तर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित होने से राजस्थान सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1958 के नियम 13 (1) में प्रदत्त शक्तियों के तहत ईओ सुरेन्द्र कुमार मीणा को तुरन्त प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलम्बन काल में उनका मुख्यालय भरतपुर में उप निदेशक क्षेत्रीय स्थानीय निकाय विभाग, भरतपुर में रहेगा। उन्हें निलम्बित करके हटाए जाने पर नगर पालिका लाडनूं में अधिशाषी अधिकारी पद पर स्थानीय निकाय विभाग अजमेर के उपनिदेशक (क्षेत्रीय) ने एक आदेश जारी करके नगर निगम अजमेर के सचिव पुरुषोत्तम पंवार को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। उनके आदेश के अनुसार स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं विशिष्ठ सचिव के प्रशासन शहरों के संग अभियान-2021 में दिये गये निर्देशों की पालना मे नगर निगम अजमेर के सचिव पुरूषोत्तम पंवार को अपने कार्य के साथ-साथ प्रशासन शहरों के संग अभियान के सफल संचालन हेतु अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका लाडनूं का अतिरिक्त कार्यभार 15 दिवस या निदेशालय जयपुर स्तर से अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका लाडनूं के आदेश होने तक, जो भी पहले हो, कार्य सम्पादन हेतु व्यवस्थार्थ लगाया गया है। इस आदेश की पालना करते हुए सोमवार को पंवार ने लाडनूं आकर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया, जिसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भिजवा दी गई है। उनके कार्यभार ग्रहण के समय पालिकाध्यक्ष रावत खां, पार्षद अनिल सिंघी, मोहन सिंह चौहान, सुमित्रा आर्य, मोहिद्दीन खां, बिदाम बोपारी आदि उपस्थित रहे। सभी ने नये ईओ का माल्यार्पण करके स्वागत किया। गौरतलब है कि लाडनूं नगरपालिका में लम्बे समय से चल रहे ईओ और पालिकाध्यक्ष के बीच चल रहे विवाद का इसके साथ ही पटाक्षेप हो जाएगा। ईओ सुरेन्द्र कुमार के विरुद्ध जिला कलेक्टर के आदेश से एडीएम डीडवाना ने जांच की थी, जिसकी रिपोर्ट स्वायत शासन विभाग को भेजी गई थी।