करंट बालाजी चौराहे पर हो रहे हादसों को लेकर संघर्ष का निर्णय, 4 जुलाई को देंगे कलेक्टर को ज्ञापन,
जन संघर्ष समिति लाडनूं का गठन, शर्मा अध्यक्ष व पटेल मंत्री बने
लाडनूं। करंट बालाजी चौराहे पर आएदिन होने वाले हादसों और मौतों को लेकर चिंतित नागरिकों ने एक बैठक यहां मालियों का बास में पार्षद सुमित्रा आर्य के निवास पर आयोजित की गई। पंचायत समिति सदस्य ओमप्रकाश बागड़ा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तय किया गया कि एन.एच. 58 पर स्थित करंट बालाजी चौराहे पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने के लिए जिला कलेक्टर और सांसद हनुमान बेनिवाल को ज्ञापन दिए जाएं। ज्ञापन देने के लिए 4 जुलाई मंगलवार को नागौर जाना तय किया गया। बैठक में इस समस्या के समाधान के लिए कुछ सुझाव भी तैयार किए गए। यह भी तय किया गया कि समस्या का निराकरण किए जाने तक इस संघर्ष को रुकने नहीं दिया जाएगा। इस अवसर पर सर्वसम्मति से करंट बालाजी चौराहे के संघर्ष के साथ शहर की सिवरेज लाईन बिछाने के दौरान लापरवाही बरते जाने से उत्पन्न समस्याओं और अन्य जन समस्याओं को लेकर भी संघर्ष करने का निर्णय लिया गया और इसके लिए एक समिति का गठन किया गया। जन संघर्ष समिति लाडनूं के नाम से गठित इस समिति के अध्यक्ष के लिए सर्वसम्मति से पूर्व नगर निकाय आयुक्त रामनिवास शर्मा को चुना गया। समिति के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश बागड़ा और उमेश पीपावत रहेंगे। मंत्री पद पर देवाराम पटेल को चुना गया, सहमंत्री पार्षद सुमित्रा आर्य और कोषाध्यक्ष अनिल पिलानिया रहेंगे। कार्यकारिणी में अबू बकर बल्खी, जगदीश यायावर, रामचंद्र टाक, राजकुमार सांखला व केशरीमल सांखला को शामिल किया गया है। बैठक में संजय कुमार शर्मा, मुकेश यादव, गोगराज सांखला आदि भी उपस्थित रहे।