सकारात्मक पहल-
बिना दहेज के शादी की, एक रुपया व नारियल लेकर निभाई विवाह की रस्म
लाडनूं। यहां रेगर बस्ती में रामनवमी के अवसर पर मूलचंद मौर्य पुत्र छिगनाराम मौर्य की शादी पूजा पुत्री बाबूलाल सिंघाड़िया के साथ बिना दहेज के सम्पन्न की गई। शादी में दहेज के नाम पर केवल 1 रुपया व एक नारियल मात्र ही स्वीकार किया गया। बिना दहेज के शादी करके की गई इस पहल को सामाजिक स्तर पर बहुत सराहा गया और इसे पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया गया है। गौरतलब है कि मूलचंद के दादा गीगाराम मौर्य रैगर समाज के सम्मानित व्यक्ति हैं, वे पूर्व में दो बार पार्षद रह चुके। इनका पूरा परिवार पढा लीखा परिवार है। दूल्हा मूलचंद स्वयं अभी कम्पीटिशन की तैयारी कर रहा है। इनके पिता छिगनाराम मौर्य राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय झरडिया में प्रधानाध्यापक है। बड़े भाई पुष्पेंद्र मौर्य बैंक मैनेजर है। चाचा विमल मौर्य एमस हॉस्पिटल दिल्ली में नर्सिंग ऑफिसर है। दूसरी तरफ दुल्हन पूजा सिंघाड़िया स्नातक योग्यताधारी है।