प्रत्येक वर्ग मे सामाजिक समरसता कायम होनी चाहिए- जिला प्रचारक अशोक
मीठड़ी, दुजार, जसवंतगढ व निम्बी जोधां में हुआ आरएसएस का पथ संचलन
लाडनूं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में क्षेत्र के चार उपखंड स्तरीय पथ संचलन का आयोजन मीठड़ी, दुजार, जसवतंगढ व निम्बी जोधां ग्रामों में निकाला गया। पथ-संचलन द्वारा सामाजिक एकता का संदेश दिया गया। पथ संचलन के बाद आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता संघ के जिला प्रचारक अशोक विजय ने कहा कि समस्त हिन्दू समाज एक और संगठित होने के साथ संस्कारवान समाज के रूप में निर्मित होना आवश्यक है। इसी को ध्यान में रख कर गत 97 वर्षो से आरएसएस काम कर रहा है और समाज के प्रत्येक वर्ग एवं जीवन में सामाजिक समरसता स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि समरसता आचरण का विषय बने, इसलिए समय-समय पर समाज में पथ संचलन आदि आयोजन के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। सभी को आने वाले समय में सभी प्रकार के जातिभेद भुलाकर एक विराट संगठित समाज के निर्माण में अपना योगदान देना है।
सभी एकता का भाव रखें
रविवार को निम्बी जोधां में आयोजित कार्यक्रम में जोगामंडी डीडवाना के महंत लक्ष्मण नाथ महाराज ने कहा कि वर्तमान समय हिन्दू समाज को एकता और संगठित ताकत का परिचय करवाना आवश्यक है। हमारी मान्यता व आस्था के केंद्र अलग-अलग हो सकते हैं, परन्तु सभी सनातन हैं, हम सभी एक है, ऐसा भाव सभी को रखना चाहिए। अब देश विरोधी ताकतों का अंतिम समय आ गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाबा रामदेव मंदिर के पुजारी सुखदास महाराज थे।
चारों गांवों में हुआ भव्य स्वागत
पथ संचलन कार्यक्रम में चारों स्थानों पर आस पास के गांवों से भी स्वयंसेवक सम्मिलित हुए। बैंड की धुनों के साथ जताल मिलाते हुए स्वयंसेवक अनुशासन बद्ध होकर पूर्ण गणवेश में चल रहे थे। दुजार, जसवंतगढ, निम्बी जोधां, मीठड़ी में इस अवसर पर पूरा मार्ग पूर्ण रूप से सजा हुआ था। पूरे संचलन मार्ग पर रंगोलियां बनाई गई और मार्ग में भगवा ओम-पताकाएं लगा कर विशेष माहौल बनाया गया। निम्बी जोधां में पथ संचलन के मार्ग पर रेड कारपेट बिछाया गया। पथ संचलन के मार्ग में जगह-जगह लोगों ने स्वयंसेवकों का स्वागत किया। महिलाएं, नागरिकगण एवं सामाजिक संस्थाएं स्वागत के लिए अग्रणी रही। जसंवतगढ में सुप्रसिद्ध उद्योगपति एवं वयोवृद्ध समाजसेवी बजरंगलाल तापड़िया ने स्वयं आकर पथ संचलन का स्वागत किया।
