महिला हिंसा के विरूद्ध राज्य सरकार की पहल-
डीडवाना में लोगों को दी गई ‘चिराली योजना’ की जानकारी, महिलाओं को जागरूक किया, नुक्कड़ नाटक का किया गया आयोजन
डीडवाना। राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के खिलाफ बढते अपराधों की रोकथाम के लिए चलाई जा रही चिराली योजना को लेकर महिला अधिकारिता विभाग नागौर द्वारा डीडवाना क्षेत्र की 37 ग्राम पंचायतों में लोक कलाकारों की टीमों द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इनके द्वारा आमजन को जागरूक किया गया है कि राजस्थान सरकार महिला अत्याचारों को लेकर पूरी तरह से सजग है और चिराली योजना द्वारा महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं उन्हे ंसहायता पहुंचाने का काम किया जाता है। कार्यक्रम में जनहित सेवा संस्थान नागौर के स्वरूप देहरा ने बताया कि लोक कलाकारों द्वारा गायन, नृत्य, नाटक द्वारा लोगों को चिराली योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है। सुपरवाइजर नरेश कुमार ने बताया कि बढ़ते महिलाओं पर हिंसा की रोकथाम हेतु राजस्थान सरकार द्वारा चलाई गई चिराली योजना के प्रचार-प्रसार व लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक के प्रोग्राम ग्राम साथिन के देखरेख में करवाए गए हैं।
जानें क्या है चिराली योजना
महिला हिंसा की रोकथाम हेतु राज्य सरकार की यह योजना एक अभिनव पहल के रूप में शुरू की गयी है। 26 सितंबर, 2017 को महिला एवं बाल विकास विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा जवाहर कला केंद्र, जयपुर में ‘चिराली-साथ सदा के लिए’ योजना का लोकार्पण किया गया था। इस योजना के तहत गांवों में महिला सुरक्षा के लिए वॉलीन्टियर्स नियुक्त किए जाएंगे तथा महिलाओं के लिए प्रेशर ग्रुप बनाए जाएंगे। योजना की शुरुआत के लिए निर्धारित 7 जिलों में नागौर जिला भी शामिल है। इसके लिए प्रेशर ग्रुप गांव में महिलाओं पर होने वाली हिंसा एवं कुरीतियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने के साथ ही जन-जागरूकता का प्रसार भी करेंगे। इस चिराली योजना के तहत लिंग आधारित हिंसा से महिलाओं को बचाने के लिये तमाम योजनाओं के जरिये सुरक्षा प्रदान की जाती है। ैजवच टपवसमदबम ।हंपदेज ॅवउमद के तहत राज्य की महिलाओं तथा लड़कियों को घरेलू हिंसा तथा लिंग भेद के चलते होने वाली हिंसा से जुड़े मामलों के लिये पूरे समुदाय को जागरूक करने के प्रयास किये जाते हैं। चिराली योजना में हिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार की हिंसा के विरूद्ध अनेक स्तरों पर भागीदारी तथा समन्वय के प्रयासों को बढ़ावा दिया जाता है। महिलाओं तथा लड़कियों के प्रति होने वाली हिंसा के खिलाफ सामुदायिक पहल को बढ़ावा दिया जाता है और चिराली योजना के तहत गठित समूहों को ताकत प्रदान करके उन्हें महिला हिंसा पर कारगर तरीके से लगाम लगा सकने लायक बनाया जाता है।