स्वच्छता में अग्रणी रहने वाले लाडनूं की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन?
सफाई कार्मिकों को लगाया गया शहर की सफाई से अन्य कामों और विभागों में,
एसडीएम, तहसीलदार, नगरपालिका व अन्य कार्यालयों में लगे कार्मिकों को वापस हटा कर मूल सफाई कार्य में लगाया जाने को लेकर नगर निकाय मंत्री को लिखा पत्र
लाडनूं (kalamkaa.in)। स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण, पोलिथीन मुक्ति के मामले में अग्रणी रह कर मुख्यमंत्री से सम्मानित होने वाली लाडनूं की नगर पालिका के हालात आज बेहद बदतर हो चुके हैं। गंदगी से दु:की लोग आएदिन नगरपालिका को कोसते नजर आते हैं। नगर पालिका के पूर्व चैयरमेन रही संगीता पारीक के श्वसुर और भारतीय जनता पार्टी (नागौर देहात) के जिला मंत्री जगदीश प्रसाद पारीक ने राजस्थान सरकार के नगर निकाय मंत्री झाबर सिंह खर्रा को पत्र देकर लाडनूं शहर की सफाई-व्यवस्था सुधारने बाबत पत्र लिखते हुए एसडीएम कार्यालय लाडनूं से सफाई कार्मिकों को कार्यमुक्त कराने की मांग की है।
लाडनूं की चरमराई सफाई व्यवस्था को लेकर की मंत्री से गुहार
पारीक ने पत्र में बताया है कि लाडनूं शहर कभी सफाई एवं स्वच्छता में पूरे राजस्थान में एक नम्बर पर रहता था। वो गत दिनों से पूर्णतया गंदा शहर बन चुका है। यहां की सभी नालियां पटी पड़ी हैं। गन्दगी के अम्बार लगे हुए हैं। इसका मुख्य कारण, लम्बे समय से सफाई कार्मिकों को एसडीएम, तहसीलदार कार्यालयों, नगरपालिका कार्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर होना है।इसका ताजा उदाहरण उनके ही वार्ड सं. 42 के सफाई कार्मिक राजकुमार चांवरिया को गत 6 माह से लगातार चुनाव शाखा एसडीएम कार्यालय लाडनूं में लगा रखा है। चुनाव खत्म हो जाने के बावजूद इन कार्मिकों को कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। कभी-कभार इन कार्मिकों को कार्यमुक्त किया जाता है तो वापस उनको उनके नाम से आदेश कर बुला लिया जाता है। इससे पूरे लाडनूं शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो रखी है। पारीक ने मांग की है कि उपखंड कार्यालय, तहसील कार्यालय, नगरपालिका कार्यालय एवं अन्य कार्यालयों में जहां भी सफाई कार्मिकों को प्रतिनियुक्ति पर कार्यालयों में लगाया हुआ है, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त किया जाकर उनके मूल विभाग/कार्यालय में मूल कार्य सफाई कार्य करने के लिए आदेशित करावें, ताकि लाडनूं शहर की सफाई व्यवस्था पुनः सुचारू हो सके और शहर स्वच्छ हो। उन्होंने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देने की मांग रखी है।