लाडनूं में पुलिस ने जनता को और जन प्रतिनिधियों को भी धमकाया, ऐसा लगता है एक कम्पनी का काम करवाने की सुपारी ले रखी थी, करंट बालाजी रोड पर जबरन टावर लगवाने पर उतारू हो गई पुलिस, महिलाओं, बुजुर्गों और पार्षदों का भी किया अपमान और बेवजह जेल में बंद करने की थी धमकियां, खुलेआम हुआ पद का दुरूपयोग, आनंद परिवार सेवा समिति भी उतरी जनता के समर्थन में, धरना देने की चेतावनी

SHARE:

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

लाडनूं में पुलिस ने जनता को और जन प्रतिनिधियों को भी धमकाया, ऐसा लगता है एक कम्पनी का काम करवाने की सुपारी ले रखी थी,

करंट बालाजी रोड पर जबरन टावर लगवाने पर उतारू हो गई पुलिस, महिलाओं, बुजुर्गों और पार्षदों का भी किया अपमान और बेवजह जेल में बंद करने की थी धमकियां, खुलेआम हुआ पद का दुरूपयोग,

आनंद परिवार सेवा समिति भी उतरी जनता के समर्थन में, धरना देने की चेतावनी

लाडनूं (kalamkala.in)। लोगों की लगातार चल रही आपत्तियों को दरकिनार करके छुट्टियों का मौका देखकर बस्ती के बीच मोबाइल टावर लगाने का काम शुरू किए जाने का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे महिलाओं व पुरुषों को स्थानीय पुलिस द्वारा डांटने-फटकारने और शांतिभंग के आरोप में अंदर बंद कर देने की धमकी को लेकर यहां लोग काफी उद्वेलित हैं। इस बाबत जिला कलेक्टर को भी सूचित किया गया है। यहां टावर का सामान लेकर विभिन्न गाड़ियां धड़ाधड़ पहुंची और साथ में आई पुलिस की गाड़ी और पुलिसकर्मी भी। इसके बाद शुरू हुई जद्दोजहद और मौके पर आए जन प्रतिनिधियों को भी पुलिस ने जमकर अपमानित किया। ‘आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय’ का ध्येय वाक्य लेकर चलने वाली राजस्थान पुलिस की यह तस्वीर आमजन को खौफजदा करने की कवायद कहीं जा सकती है। यहां लोगों से समझाइश और कम्पनी को छुट्टियों बाद नगर पालिका से वैधानिक अनुमति लेकर काम शुरू करवाने के बीच-बचाव की जगह पुलिस खुद एक पक्षकार बन गई और जनता से मुकाबला करने को तत्पर हो गई। बहुत बड़ा आश्चर्य है। इस मामले में श्री आनंद परिवार सेवा समिति भी अब मैदान में उतर आई है। समिति के अध्यक्ष मन्जीतपाल सिंह ने मोबाइल टावर निरस्त करवाने की मांग करते हुए धरना व जनांदोलन की चेतावनी दी है।

पुलिस क्यों आई आपके से बाहर?

लाडनूं की करंट बालाजी रोड पर यह मोबाइल टावर स्थापित किया जा रहा है। क्षेत्र के निवासियों ने इसके विरोध में अपना विरोध शान्ति पूर्वक प्रदर्शित किया। महिलाओं, बुजुर्गों और सभी मोहल्ला वासियों के अनुसार इस मोबाइल टावर के विरोध में अनेक ज्ञापन यहां उपखंड अधिकारी को एवं जिला कलेक्टर डीडवाना को दिए जा चुके थे। इस पर कार्रवाई करते हुए नगर पालिका लाडनूं द्वारा नोटिस चस्पा भी किए गए , फिर भी पुलिस को साथ लेकर इस प्राइवेट कंपनी ने तीन दिनों का सरकारी अवकाश देखकर जबरदस्ती टावर का निर्माण करवाने की चेष्टाएं की हैं। इसका विरोध करने पर पुलिस द्वारा महिलाओं एवं बुजुर्गों के साथ अपमानजनक शब्दों एवं अमर्यादित भाषा के साथ धमकियां एवं धारा 151 में गिरफ्तार करने की धमकियां दी गई एवं महिलाओं को डराने के लिए महिला कांस्टेबल बुलाकर अंदर करवाने की धमकियां दी गई। बिना किसी अधिकृत आदेश के टावर कंपनी के साथ मिलकर पुलिस द्वारा पुलिस-वाहन लेकर एवं पांच-सात कांस्टेबलों के साथ एक ट्रक, पिकअप एवं दो-तीन अन्य गाड़ियां लोगों की भरकर लेकर आए। इन सबने महिलाओं व बुजुर्गों ही नहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का भी अपमान किया।

कलेक्टर को करवाया सारी स्थिति से अवगत

इस बाबत जिला कलेक्टर को वार्डवासियों ने एक ज्ञापन भेजा है, जिसमें नगर पालिका लाडनूं द्वारा नोटिस चस्पा करने के बाद भी जबरदस्ती मोबाइल टावर का निर्माण कार्य शुरू करने के संदर्भ में कार्रवाई की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया है कि करंट बालाजी रोड पर घनी आबादी में एयरटेल कंपनी का मैसेज इंडक्शन टावर लिमिटेड जयपुर द्वारा महिलाओं बुजुर्गों एवं वार्डवासियो डरा धमकाकर जोर जबरदस्ती से निर्माण कार्य शुरू करने की कोशिश की गई है। वार्ड वासियों द्वारा इससे पहले उपखंड अधिकारी व नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को गत 29 अप्रेल और 29 सितम्बर को आवासीय निजी भूमि गणपत जांगिड़ की आवासीय भूमि खसरा संख्या 1642 पर मोबाइल टावर लगाने से रोकने का लिखा गया। इस संदर्भ में तत्कालीन जिला कलेक्टर को भी गत 7 मई एवं 30 अगस्त को डीडवाना में ज्ञापन दिया जा चुका।

टावर लगाने की आपत्तियों की वजहें और की गई कार्रवाई

इस प्रकार भारी विरोध को देखते हुए नगर पालिका लाडनूं के अधिशाषी अधिकारी के पत्र 2024-25 के क्रमांक 2376-2379 दिनांक 06.09.2024 निदेशक एवं संयुक्त सचिव स्वास्थ्य शासन विभाग जयपुर जिसकी प्रतिलिपि जिला कलेक्टर को भी प्रेषित की गई थी। इसके पश्चात नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा मैसर्स इंडस टावर लिमिटेड जयपुर को नोटिस क्रमांक 2413-2417 टावर के कार्य को रोकने का जारी कर टावर निर्माण स्थल पर नोटिस चस्पा किया गया था। कार्यस्थल श्री गणपत जांगिड़ की खसरा संख्या 1642 आवासीय भूमि है, जिसका भूमि रूपांतरण नहीं करवाया गया तथा इस प्लॉट की साइज चौड़ाई फ्रंट करीबन 18 फुट का एवं लंबाई करीबन 25 से 30 फुट मात्र है। इसके उत्तर में दो मंजिला मकान बना हुआ है। मोबाइल टावर की अनुमानित चौड़ाई व हाइट 85 फीट के अनुसार करीबन 15 फीट होनी संभावित है। नियमानुसार टावर के एक छोर से मकान की दूरी लगभग 15 फिट होनी चाहिए, जो इस प्लॉट में संभव नहीं है। कंपनी को जो तय समय में निर्माण कार्य 45 से 60 दिन का दिया गया था, उसमें इन्होंने निर्माण कार्य पूरा नहीं किया। नियमानुसार टावर निर्माण के लिये मौहल्ले के पड़ोसियों से सहमति या अनापत्ति नहीं ली गई। टावर की फ्रीक्वेंसी के अनुसार मात्र लगभग 100 मीटर की दूरी पर छोटे बच्चों की स्कूल है। पास में ही एक बालाजी का मंदिर है।

पुलिस ने महिलाओं, बुजुर्गों व जन प्रतिनिधियों को भी नहीं बख्शा

ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि इनके साथ लाडनूं पुलिस थाना के एएसआई पर्वत सिंह पुलिस गाड़ी में पांच-सात पुलिस कांस्टेबलों सहित कंपनी की एक ट्रक, एक पिकअप व दो-तीन अन्य गाड़ियों के साथ लगभग 12 से 15 व्यक्ति साइट पर पहुंचे। वहां मौजूद महिलाओं, बुजुर्गों एवं सभी वार्डवासियों ने शांतिपूर्वक टावर स्थापित करने का विरोध किया, जिन सभी को पुलिस द्वारा डराया-धमकाया व गाली-गलौज करते हुए धारा 151 में गिरफ्तार करने की धमकियां दी एवं महिलाओं से बदतमीजी व अभद्र व्यवहार किया गया। उन्हें महिला कांस्टेबल बुलाकर अंदर करवाने की धमकी दी। वार्ड पार्षद मोहन सिंह चौहान एवं नगर पालिका के उपाध्यक्ष मुकेश खींची आदि जनप्रतिनिधियों के साथ भी धक्का मुक्की की गई एवं उन्हें भी धमकाया गया कि उन्होंने अनेक जनप्रतिनिधियों को जेल की हवा खिलाई है। ज्ञापन में कलेक्टर से मांग की गई हो कि वार्डवासियों के भारी विरोध को देखते हुए इस टावर निर्माण की स्वीकृति निरस्त करवाएं एवं बिना कारण महिलाओं, बुजुर्गों व वार्डवासियों तथा जनप्रतिनिधियों को डराने, अभद्र व्यवहार, बदतमीजी एवं धमकियां देने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवा कर न्याय दिलवाएं।

आनंद परिवार सेवा समिति लेगी मामला अपने हाथ में

लाडनूं के करंट बालाजी रोड़ पर इस प्रकार जन भावना के विरुद्ध और जोर-जबरदस्ती पुलिस का खौफ पैदा करके एक मोबाइल कंपनी द्वारा मोबाइल टावर लगाया जाने और शांतिपूर्वक बड़े बुजुर्ग भाइयों और बहनों द्वारा विरोध-प्रदर्शन के बावजूद उनका अपमान करने और थाने में अंदर बंद करने की धमकियां देने के मामले को श्री आनंद परिवार सेवा समिति ने अपने हाथ में लेने और मोबाइल टावर को हर हाल निरस्त करवाने की मांग को लेकर धरना देने एवं जनांदोलन की चेतावनी दी है।

kalamkala
Author: kalamkala

Leave a Comment

सबसे ज्यादा पड़ गई

देवरा गांव में कन्हैया गौशाला का लोकार्पण और ‘एक शाम गौ माता के नाम’ विशाल भजन संध्या में प्रख्यात सिद्ध संतों का रहा सान्निध्य, उमड़ पड़े दानदाता गौसेवा सहायतार्थ, ट्रेक्टर-ट्रोली, पिकअप, ई-रिक्शा, टीन शेड और लाखों की नकद राशि का किया दान