लाडनूं में छिपोलाई के पास 4 बीघा जमीन पर बन रहा नया श्मशानघर,
भामाशाह लालचंद नागपुरिया का किया गया सम्मान, शहर की बढती आबादी के मद्देनजर थी नए श्मशान की जरूरत
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। शहर में लोवड़िया श्मशान भूमि, जोगीदड़ा श्मशान भूमि, मेघवाल समाज श्मशान भूमि, सुनारी रोड श्मशान भूमि, रैगर समाज श्मशान भूमि, वाल्मीकि समाज श्मशान भूमि, राजपूत समाज श्मशान भूमि आदि के बाद अब एक और श्मशान भूमि बनने जा रही है। यह नई श्मशान भूमि प्राचीन छिपोलाई तालाब के पास बनी वीर हनुमान बगीची के पास बनने जा रही है। इस श्मशान भूमि के लिए भामाशाह लालचंद नागपुरिया ने अपनी चार बीघा जमीन का दान करके उसमें बुधवार 14 फरवरी बसंत पंचमी के अवसर पर चारदीवारी निर्माण शुरू करने के लिए शिलान्यास का कार्य समारोह पूर्वक करवाया गया। इस अवसर पर भामाशाह लालचंद का सम्मान भी सर्वसमाज के लोगों द्वारा किया गया।
सभी श्मशान दूर होने से थी आवश्यकता
गौरतलब है कि छिपोलाई कभी शहर से दूर जंगल में स्थित तालाब और वनभूमि था। पिछले कुछ वर्षों से छिपालाई तक आबादी बसती जाने से वह अब गोपालपुरा रोड-मेगा हाईवे लिंक रोड के रूप में सुजानगढ जाने वाले मार्ग के समीप आ गया और वहां तक सभी जातियों के लोगों के मकानात बन चुके। इस क्षेत्र में बसे हुए लोगों के लिए शहर के सभी वर्तमान श्मशान गृह कई किलामीटर दूर होने से आवागमन परेशानीदायक बन चुका है। इसे ध्यान में रखते हुए समाजसेवी लालचंद नागपुरिया ने अपनी 4 बीघा जमीन का दान श्मशान भूमि के उद्देश्य से कर दिया। अब आसपास के रहवासी लोगों के लिए यहां अंतिम संस्कार किया जाना आसान रहेगा। इस श्मशान भूमि का उपयोग एक विस्तृत क्षेत्र के लोगों के लिए हो सकेगा। इस अवसर पर पार्षद अनिल सिंघी, पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पटेल, पार्षद बच्छराज नागपुरिया, पार्षद बाबूलाल प्रजापत, सीए नीतेश माथुर, व्यापार संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार पीपलवा, पूर्व पार्षद टोडरमल प्रजापत, पूर्व भाजपा अध्यक्ष हनुमानमल जांगिड़, परविन्दर सिंह राठौड़ खानपुर, अमरचंद चैधरी, कैलाश राजपुरोहित, रतनलाल सोनी, सुखदेवा राम, गणेश कठोड़, पुखराज आदि उपस्थित रहे।