अकेली लड़की को छेड़ता था ई-मित्र संचालक, पीड़ित छात्राओं ने हल्ला मचाया और दिया ज्ञापन,
ईमित्र संचालक गिरफ्तार व ईमित्र को किया सस्पेंड
रतनगढ। एक काॅलेज छात्रा से छेड़छाड़ की वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी ई-मित्र संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना को लेकर शहर में बवाल मच गया और आक्रोशित छात्राओं ने ई-मित्र संचालक के खिलाफ मोर्चा छेड़ते हुए अपना आक्रोश जताया। पुलिस के आने के बाद में छात्राओं ने नारेबाजी की और विरोध जुलूस निकालकर उपखंड अधिकारी बिजेंद्रसिंह को ज्ञापन देकर आरोपी द्वारा संचालित ई-मित्र को बंद करवाने और उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एक युवक को अपने साथ थाना लेकर आ गई, लेकिन आरोपी ई-मित्र संचालक वहां से फरार हो गया, जिसे पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एसडीएम के आदेश के बाद पुलिस ने दो लोगों को शांतिभंग के अरोप मे गिरफ्तार किया।
अनिता महर्षि ने बुलाया पुलिस को
जानकारी के अनुसार राजकीय लोहिया गर्ल्स कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा जब चूरू रोड स्थित ई-मित्र पर अपना काम करवाने के लिए गई, तो ई-मित्र संचालक सुभाष ढाका ने उसके साथ छेड़छाड़ की। इस बात को लेकर छात्रा के परिजन अगले दिन उसे उलाहना देने के लिए ई-मित्र पर गए, तो संचालक के साथ गर्मागर्मी हो गई। इस पर लोगों को जानकारी मिली और देखते ही देखते बवाल मच गया। सामाजिक कार्यकर्ता अनिता महर्षि ने मौके पर पहुंच कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर ई-मित्र पर उपस्थित एक युवक को अपने साथ थाना लेकर आ गई। ई-मित्र संचालक सुभाष मौके से फरार हो गया, जिसे पुलिस ने बाद में शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
लड़कियों से कहता उसे भैया मत कहो और करता था मैसेज
आक्रोशित छात्राएं वहां से कॉलेज चली गईं और फिर नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में उपखंड मुख्यालय पहुंची, जहां पर एसडीएम बिजेंद्रसिंह को ज्ञापन दिया। छात्राओं ने ई-मित्र को बंद करवाने और उसके संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। छात्राओं ने आरोप लगाया कि ई-मित्र संचालक उनके साथ छेड़छाड़ करता है, हम उन्हें भैया बोलते हैं तो कहते हैं कि भैया मत बोलो। उन्हें नाखून चुभाए गए, मारपीट की गई। वह लड़कियों को मैसेज करता है कि घर आ रहा हूं। एसडीएम ने वहां मौजूद आक्रोशित छात्राओं को शांत कराया और 15 दिन के लिए ई-मित्र को सस्पेंड कर उस पर 5 हजार का जुर्माना लगाया गया, तब कहीं माहौल शांत हुआ।
