हर सवारी को भीषण गर्मी से राहत : ट्रेन में बैठे-बैठे ही हो रहे हैं शीतल जल से तृप्त,
लाडनूं के रेलवे स्टेशन पर पिछले एक महीने से सैंकड़ों युवा कार्यकर्ता कर रहे हैं ट्रेन में यात्रियों को शीतल जल की सेवा, जमीयत अहले हदीस की पहल

अशरफ खान, पत्रकार। लाडनूं (kalamkala.in)। मरुधरा की तपती जमीन और गर्म थपेड़े मारती लू के बीच भीषण गर्मी में प्यासे यात्रियों को शीतल जल से तृप्त करने का काम सबसे पुण्य का काम कहा जा सकता है। पिछले एक महीने से लाडनूं के रेलवे स्टेशन पर आकर रुकने वाली हर ट्रेन में बैठे यात्री को अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही ठंडे पानी की आपूर्ति लाडनूं के मुस्लिम युवक करने में लगे हैं। ‘नर सेवा को ही नारायण सेवा’ मानने वाले ये युवक यहां की ‘जमीयते अहले-हदीस’ संस्था से जुड़े हुए हैं। ये लोग प्रतिदिन हजारों यात्रियों के हलक तर करने में सहायक बनते हैं। सभी यात्रियों की पानी की बोतलों को ठंडे पानी से भर रहे हैं। लाडनूं रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर और रेलवे बोगियों के अंदर बैठे यात्रियों को पानी की आपूर्ति करने में पूरी मदद करते हैं। बिना किसी शिकन के और बिना परेशान हुए, गर्मी सहन करते हुए बिना थके-हारे ये नौजवान पुण्य के इस काम में लगे हैं। ये इस मनुष्य मात्र की सेवा को ही अपने अल्लाह की सच्ची सेवा मानते हैं। जमीयत अहले हदीस के तत्वावधान में सेवाकार्य में जुटे ये युवा प्राणी मात्र की सेवा कर और पानी से प्यास बुझा कर गर्मी में राहत प्रदान कर स्वयं को धन्य समझते हैं। इन्होंने पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करते हुए 200 से अधिक परिंडे लगाए हैं। इस जमात के सदर हाकम अली खान ने बताया कि इस नेक कार्य करने में आए दिन 100 युवाओं की टीम लगी हुई हैं और हजारों यात्रियों को ठंडा पिलाया जा रहा है। इस नेक काम में हाकम खान, लियाकत खान, हबीब खान नसवाण, वाईद खान, नियाज खान मूनखानी, जावेद बलखी सहित सैंकड़ों युवा अपना योगदान कर रहे हैं।







