एमकॉम व्यवसाय प्रशासन के विद्यार्थी का भविष्य अधर में, मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग
लाडनूं (वरिष्ठ पत्रकार शंकर आकाश की रिपोर्ट)। यहां बेरोजगार संघ की स्थानीय शाखा ने मंत्री बीडी कल्ला को पत्र लिखकर लोक सेवा आयोग द्वारा सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा में व्यवसाय प्रशासन का परिणाम जारी करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार लॉक सेवा आयोग द्वारा 2020 में सहायक आचार्य की भर्ती 31 विषय पर निकाली गई, जिनकी परीक्षा 2021 में तथा साक्षात्कार 2022 में हुए, सभी विषय का परिणाम जारी कर दिया गया, किंतु व्यवसाय प्रशासन का परिणाम नही जारी किया गया।
भर्ती की गाइडलाइन के अनुसार व्यवसाय प्रशासन में केवल एम. कॉम. (व्यवसाय प्रशासन) डिग्रीधारक अभ्यर्थी ही योग्य हैं, जिनकी नेट, सेट परीक्षा कॉमर्स विषय से पास की हुई हो। किंतु एम.बी.ए., एम.आई.बी., एम. एच. आर.एम., एम. एफ. एम. इत्यादि प्रोफेशनल डिग्रीधारक जिन्होंने नेट, सेट मैनेजमेंट से कर रखी है, वो भी उच्च न्यायालय जाकर न्यायालय के सामने गलत तथ्य प्रस्तुत कर परिणाम को रुकवा दिया, चूंकि अकादमिक डिग्री कॉलेजों के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए प्रोफेशनल डिग्रीधारक योग्य नहीं होते।
विद्या संबल योजना में भी इनको पूरी तरह से अयोग्य कर नियुक्त नहीं किया गया, उन्हीं कॉलेज हेतु राजस्थान लोक सेवा आयोग ने ये भर्ती निकाली है। 2017 में बनी कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार एम.बी.ए., एम.आई.बी., एम. एच. आर.एम., एम. एफ. ए. डिग्रीधारक व्यवसाय प्रशासन के विषय में सहायक आचार्य बनने के योग्य नहीं हैं।
अभ्यर्थियों से हुई वार्ता में उन्होंने बताया की परिणाम नहीं आने से उनके भविष्य पर भी कोहरा छा गया है, अच्छे अंक लाकर 2 साल मेहनत करने के बाद भी अयोग्य उम्मीदवार भर्ती को लटका रहे हैं। हम सभी राजस्थान सरकार और राजस्थान लोक सेवा आयोग से परिणाम को जल्द से जल्द निकालने का निवेदन करते हैं।