टोल बूथ की अवैध वसूली और दादागिरी से हुए ग्रामीण परेशान, टोलकर्मी बदसलूकी और मारपीट पर उतारू,
सीकर-नोखा हाईवे पर तंवरा के पास किया अचानक टोल शुरू
कसूम्बी/ लाडनूं (अनिल पिलानिया की रिपोर्ट)। सीकर-नोखा स्टेट हाईवे पर ग्राम तंवरा के समीप बने हुए टोल नाके को अधिकारियों को मिलीभगत से आनन-फानन में चालू कर दिया गया है, जबकि यहां कोई एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध नहीं है, जो प्रत्येक टोल नाकज पर आवश्यक होती है। इसी प्रकार यहां पर आवश्यक क्रेन की सुविधा भी नहीं है।
आस पास के ग्रामीणों से बदसलूकी
टोल वसूली के नाम पर यहां के टोलकर्मियों ने आते ही आस-पास के इलाके को ग्रामीणों के साथ बदसलूकी की जाने लगी है। नियमानुसार आसपास के 20 किमी दायरे मेऔ आने वाले लोगों और किसानों से कोई टोल वसूली नहीं की जानी चाहिए, लेकिन इन टोलकर्मियों द्वारा लोगो के साथ बातमीजी के साथ मारपीट पर उतारू होने की जानकारी मिल रही है।
दादागिरी से कर रहे खान लीज सहित सबको परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि टोलबूथ के पड़ोसी गांवों के टोल माफ होने चाहिए, लेकिन इन्होंने अपनी दादागिरी से वहां गुंडाराज बनाया हुआ है। कसूम्बी-लोडसर क्षेत्र के पंचायत समिति सदस्य ओमप्रकाश बागड़ा ने बताया कि इस बारे में हाईवे के उच्च अधिकारियों से बात करने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नही मिल रहा है। सभी टोल नियमों को ताक पर रख कर इस टोल बूथ को अवैध तरीके से चालू किया गया है। इस हाईवे पर सेवद के पास टोल बना हुवा है, फिर कम दूरी पर इस टोल को चालू करने के पीछे क्या उद्देश्य हो सकता है। लोडसर व तंवरा में खनन लीज धारकों को हर दिन 5-7 चक्कर काटने ही पड़ते हैंं , तो आखिर ये लोग इनको कितनी बार टोल देंगे। शनिवार 01 जुलाई को पूरे दिन इस टोल को लेकर लोगों में काफी शिकायतें चलती रही हैं । बागड़ा ने इन टोलकर्मियों से उनकी नियमावली मांगी और उच्च अधिकारियों से भी किस नियम के तहत टोल चालू किया, इसकी पत्रवाली मांगी है।