शैक्षिक संस्थानों में विद्यार्थियों को दी जाए ईमानदारी के आचरण की प्रेरणा- प्रो. जैन,
भ्रष्टाचार के विरूद्ध ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह- 2022’ सम्पन्न हुआ
लाडनूं। केन्द्रीय सतर्कता आयोग एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशों के अनुरूप जैन विश्वभारती संस्थान में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के मार्गदर्शन व निर्देशन में आयोजित किये जा रहे ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ का समापन समारोहपूर्वक सोमवार को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल.जैन ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में सबसे बड़ी बाधा विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा भ्रष्टाचार है। यदि शिक्षक, विद्यार्थी एवं अभिभावक अपने व्यवहार में प्रमाणिकता अपनाएं, तो भ्रष्टाचार पर नियंत्रण संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थानों में विद्यार्थियों को भ्रष्टाचार के दुष्प्रभावों से अवगत करवाकर उन्हें ईमानदारी युक्त आचरण की प्रेरणा प्रदान की जानी चाहिए। ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारतः विकसित भारत’ की संकल्पना तभी पूर्ण हो पायेगी, जब देश का प्रत्येक नागरिक भ्रष्टाचार उन्मूलन में पूर्ण इमानदारी से सहयोग करेगा। इससे पूर्व कार्यक्रम के संयोजक डॉ. गिरधारीलाल शर्मा ने सतर्कता सप्ताह की पूरी अवधि के दौरान होने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा कहा कि सबके सहयोग और सरकार के निरंतर प्रयास से ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और भारत विकसित देशों की सूची में अपना स्थान बना पाएगा। उन्होंने आभार ज्ञापित करते हुए उन्होंने बताया कि यहां आयोजित सभी कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न होने में सबका सहयोग मिला। सतर्कता सप्ताह की सफलता में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़, विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन, पीआरओ जगदीश यायावर, समस्त संकाय सदस्यों एवं सपना निठारवाल, कुसुम काला एवं पूजा की फोटोग्राफी के सहयोग के साथ सभी विद्यार्थियों का सहयोग रहा।
