लाडनूं में परम्परागत ढ़ंग से शाही लवाजमे के साथ निकाली गई गौर-ईशर की सवारी,
गणगौर की बोलावणी के विशाल मेले में भारी संख्या में उमड़े महिला-पुरुष
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। लोकपर्व गणगौर के 16 दिवसीय पूजन के बाद बोलावणी का विशाल मेला यहां परम्परागत ढ़ंग से आयोजित किया गया। चारभुजा चौक और गांधी चौक से सजी-धजी सोलह श्रृंगार युक्त गौर व ईशर की सवारियों को सिर पर रख कर जुलूस के रूप में राहूगेट होकर राहूकुआं लाया गया, जहां विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना व फेरों के साथ सवारी ने वापस प्रस्थान किया। बैंड-बाजे, नगारा-निशान और गीतों के साथ झूमते लोग गौर-ईशर की सवारी के साथ रहे। मेले के दौरान भाजपा नेता करणी सिंह राठौड़, महिला मोर्चा की वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सुमित्रा आर्य, गणगौर मेला समिति के अध्यक्ष राजकुमार चौरड़िया, मंत्री नरपत सिंह गौड़ आदि ने राहूकुआं पर गणगौर व ईशर का स्वागत किया। मेले में महिलाओं व बच्चों ने चाट-मसाला, आइसक्रीम, खिलौनों और अन्य वस्तुओं की जम कर खरीदारी की और लुत्फ उठाया। मेले में घूमर सेवा समिति, जाट समाज, श्री मैढ़ स्वर्णकार समाज सेवा संस्थान, प्रजापति समाज द्वारा पेयजल की व्यवस्था की गई। मेले के दौरान पुलिस ने कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने का पुख्ता बंदोबस्त किया। मेले पर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी करवाई गई। गणगौर मेला समिति के कार्यकर्ता व नगर पालिका के कर्मचारीगण इस अवसर पर मुस्तैद रहे।