खेत में स्वीकृत टांके के डेढ लाख से अधिक राशि को बिना टांका बनाए हड़पा, खेत मालिक को टांके का पता तक नहीं लगने दिया,
लाडनूं की भिडासरी ग्राम पंचायत में टांका निर्माण कार्यों में भारी घोटाला, स्वीकृत सभी टांकों की भौतिक जांच जरूरी
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। पंचायत समिति की भिडासरी ग्राम पंचायत में सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से टांका निर्माण कार्यों में भारी घोटाला किए जाने को लेकर एक मामला सामने आया है, जिसकी जांच करवाने के लिए कलेक्टर ने आदेश किए हैं। भिडासरी ग्राम पंचायत के अन्तर्गत स्वीकृत किए गए सभी टांका निर्माण कार्यों का अब भौतिक सत्यापन मौके पर जाकर किया जाना आवश्यक हो गया है। इसमें सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी ने मिलीभगत करके टांका स्वीकृत होने वाले खेत मालिक को पता तक नहीं लगने दिया। मौके पर किसी तरह का कोई कार्य किया ही नहीं गया और स्वीकृत राशि पूरी ही हड़प कर ली गई। इस पर यह भारी घोटाला इस ग्राम पंचायत में हुआ है।
यह था मामला, जिसकी जांच हुई शुरू
भिडासरी ग्राम पंचायत के ग्राम बिठुड़ा के रहने वाले महेन्द्र सिंह पुत्र बाघसिंह ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर निजी हौदे के कार्य में गबन का आरोप लगाते हुए जांच करके दोषियों को दंडित किए जाने की मांग की है। उसने अपने ज्ञापन में ग्राम पंचायत भिडासरी द्वारा राजीव गांधी जल संचय योजना के अन्तर्गत उसके खेत में निजी टांका कार्य स्वीकृत हुआ। जिसके कार्य क्रमांक- work/2021-22/ 402335 हैं। इस टांके के लिए स्वीकृत राशि रु. 1 लाख 60 हजार थी। इसमें से श्रम पेटे 55 हजार रुपए और सामग्री पेटे 1 लाख 5 हजार थी। ग्राम पंचायत द्वारा इस स्वीकृत टांका का निर्माण ही नहीं करवाया। उसे भी इस स्वीकृति की कोई जानकारी नहीं दी गई। जब इसकी जानकारी उसे हुई तो इस बारे में सरपंच से पूछा, लेकिन सरपंच ने कुछ नहीं बताया। जबकि, उसके खेत में टांका निर्माण किए बिना ही उसका भुगतान उठा लिया गया। महेंद्र सिंह ने इस घपले की जांच कर दोषी को दंडित कराने की मांग की है।
कलेक्टर ने दिए यह आदेश
इस ज्ञापन पर जिला कलक्टर ने अपने पत्र क्रमांक प.12 (1) () पीजी 25/2024-25/ 1184-1185, दिनांक 24 मई द्वारा जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी और पंचायत समिति लाडनूं के विकास अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे निजी टांके के रूपयों के गबन के संबंध में इस मामले की जांच करें। कलेक्टर ने महेन्द्र सिंह निवासी बिठुड़ा द्वारा दिए गए निजी टांके के रूपयों के गबन के संबंध में पत्र प्रति की संलग्न करके उसमें वर्णित तथ्यों की नियामनुसार जांच कर रिपोर्ट अविलंब कार्यालय की ईमेल आईडी- pg.dm.dk@rajasthan.gov.in पर भिजवाया जाना सुनिश्चित कराएं।