मात्र 11 वर्षीया नन्हीं बालिका हिमन्या भंसाली की 9 दिवसीय तपस्या का किया अभिनंदन, साध्वी कार्तिक यश ने बताया तपाभिनन्दन कार्यक्रम में बालिका के तप को प्रेरणादायी

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मात्र 11 वर्षीया नन्हीं बालिका हिमन्या भंसाली की 9 दिवसीय तपस्या का किया अभिनंदन,

साध्वी कार्तिक यश ने बताया तपाभिनन्दन कार्यक्रम में बालिका के तप को प्रेरणादायी

लाडनूं (kalamkala.in)। जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के तत्वावधान में सोमवार रात्रि को 11 वर्षीय बालिका हिमालय जैन के 9 दिन की तपस्या के उपलक्ष में तपाभिनंदन कार्यक्रम ऋषभद्वार सभागार में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल की बहनों ने गीतिका प्रस्तुत कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वृद्ध साध्वी सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी कार्तिक यशा ने कहा कि श्रवण एवं भाद्रपद में तपस्या का विशेष क्रम चलता है। इस वर्ष लाडनूं में अनेक तपस्या हुई, जिसमें नन्ही बालिका हिमन्या ने संवत्सरी महापर्व के अवसर पर 9 दिन की तपस्या कर पूर्णाहुति दी है। उन्होंने बालिका की तपस्या से जुड़े पांच महत्वपूर्ण संयोग पर प्रकाश डालते हुए कहां की तेरापंथ धर्म की परंपरा में तपस्वी को नूंत डालने की विशेष परंपरा है। बालिका की तपस्या संवत्सरी के पर्व पर परिसंपन्न होने जा रही है, जिस कारण संपूर्ण श्रावक समाज के साथ समस्त जैन साधु-साध्वी भी उपवासित रहेंगे। जिसे एक प्रकार से तपस्वी को नूंता माना जा सकता है। जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के मंत्री राकेश कोचर ने कहा कि नन्हीं बालिका ने तपस्या कर सबके लिए तपस्या करने की बड़ी सीख दी है। उन्होंने सभा की ओर से तप की अनुमोदना करते हुए इसे प्रेरणादायक बताया। कन्या मंडल की ओर से मीनाक्षी दूगड़ ने कहा कि जिस उम्र में बच्चे खाने-पीने के लिए लालायित रहते हैं, उस उम्र में हिमन्या ने तप का मार्ग अपनाकर साहस का परिचय दिया है। तेरापंथ योग परिषद के अध्यक्ष सुमित मोदी ने कहा कि आगामी वर्ष में आचार्य महाश्रमण का योगक्षेम वर्ष प्रवास होना है। इससे पूर्व साध्वी कार्तिक यशा ने अपनी अथक प्रयासों से नगर में धर्म के मार्ग को प्रशस्त किया है। इस वर्ष हुई तपस्याओं में साध्वी प्रवर की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।

लाडनूं नगर के लिए गौरव की बात

हिमन्या के छोटे भाई हार्दिक भंसाली ने गीतिका के माध्यम से बहिन की तपस्या की अनुमोदना की। उसके पिता अरिहंत भंसाली ने तपस्या के लिए साध्वी कार्तिक यशा की प्रेरणा और धैर्य व संयम के प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा कि इस तपस्या के माध्यम से सारे परिवारजन की जानकारी मिल सकी। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शांतिलाल बैद ने कहा कि नन्हीं बालिका ने तपस्या कर नगर को गौरवान्वित किया है। उसके परिवारजनों ने उसे भावनात्मक रूप से मजबूती प्रदान की है। इसके लिए समस्त भंसाली परिवार साधुवाद का पात्र है। ज्ञानशाला संयोजिका अनीता चौरडिया ने कहा कि यह पहला मौका है, जब किसी ज्ञानार्थी ने तपस्या कर ज्ञानशाला की शान बढाई है। साध्वी युक्ति प्रभा व युवक परिषद के मंत्री राजकुमार चौरडिया ने भी विचार व्यक्त किये।

साहित्य भेंट कर किया अभिनंदन 

कार्यक्रम के अन्त में समस्त संघीय सभा-संस्थाओं ने साहित्य भेंटकर हिमन्या जैन का अभिनन्दन किया। कार्यक्रम में जैन विश्व भारती के संरक्षक भागचंद बरड़िया, सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र खटेड़, पार्षद रेणु कोचर, पदमचंद भंसाली, तेयुप मंत्री राजेश बोहरा, समता बोकड़िया, सुमन नाहटा, रणजीत दूगड़, सुमन बैद, इंद्राज कठोतिया सहित सैंकड़ो लोग मौजूद रहे। संचालन कन्या मंडल संयोजिका कोमल चोरड़िया ने किया।

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Author: kalamkala

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