डम्पिंग यार्ड के किनारे पर व रास्ते में कचरा डालने का किया लोगों ने विरोध, तो किया डम्पिंग यार्ड को दुरुस्त,
कचरा संग्रहण करने वाले आॅटो टीपस हुए नगर पालिका के सामने खड़े], तब लगायी दो जेसीबी
लाडनूं। यहां एनएच 58 के समीप स्थित राती खान के एक हिस्से में बनाए गए डम्पिंग यार्ड में लम्बे समय से बेतरतीब ढंग से कचरा उलटाए जाने से हालात ऐसे हो गए हैं कि अब पूरे शहर से घर-घर जाकर कचरा संग्रहण करने वाले आॅटो-टीपर अब कचरा डम्पिग यार्ड के बाहर आम रास्ते व बस्ती के बीच ही कचरा खाली करने लगे हैं। इस स्थिति का विरोध आसपास के मौहल्लेवासियों द्वारा करने के बाद पार्षद सुमन खंीची ने मौके पर पहुंच कर यार्ड के बाहर कचरा खाली करने का विरोध किया। मौहल्ले वालों का कहना है कि गहराई में कचरा नहीं डाले जाने और बाहर ही कचरा खाली कर दिए जाने से दिन भर हवाओं के साथ कचरा और गंदगी उड़-उड़ कर उनके घरों में आती है और खाने-पीने का सामन तक खराब हो रहा है। बरसात के मौसम में कचरा गीला होकर गंदगी बढने लगी है और दिनभर बदबू आने से भी लोग परेशान हो गए हैं। आॅटो-टीपर चालकों ने कचरा खाली करने की समस्या सामने आने पर अपने कचरे से भरे हुए आॅटो टीपर्स को ले जाकर नगर पालिका कार्यालय के सामने खड़े कर दिए। समस्या के हल के लिए पार्षदों व अन्य लोगों का सुझाव है कि नगर पालिका को जेसीबी मशीन लगा कर डम्पिंग यार्ड में किनारे पर एकत्र समस्त कचरे को गहराई की तरफ निकाल देना चाहिए। पार्षद सुमन खीची का कहना है कि उन्होंने पालिका अधिकारियों को अनेक बार कहाहै कि जेसीबी से कचरे को खान की गहराई में खींच लिया जाए, लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अगर ऐसा समय पर किया जाता, तो ऐसी कोई परेशानी सामने नहीं आती।