बिजली का तार गिरने से बाइक सवार की मौत पर लोगों का पारा चढा,
लाडनूं में ग्रामीणों ने अस्पताल के पास धरना-प्रदर्शन कर न्याय की मांग की,
50 लाख का मुआवजा, पत्नी को सरकारी नौकरी, रिपोर्ट दर्ज कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। बिजली का तार टूट कर गिर जाने से टोकी चन्द्राई निवासी एक बाइक सवार की मौत हो गई और उसकी पत्नी घायल हो गई। इस घटना के बाद गुरूवार को गुस्साए लोगों ने लाडनूं के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर धरना दे दिया और मृतक के मुआवजे के रूप में 50 लाख रूपए देने, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने और विद्युत निगम के दोषी अधिकारी-कर्मचारी को हटाए जाने की मांग की। मौके पर उपखंड अधिकारी सुप्रिया कालेर, तहसीलदार डा. सुरेन्द्र भास्कर व पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र बुरड़क पहुंच गए और धनार्थियों से वार्ता व समझाईश की कोशिश की। गुस्साए ग्रामीणों ने सरकारी अस्पताल के सामने से गुजरने वाली रोड को भी जाम कर दिया। धरना-प्रदर्शन में युवा नेता विकास बुरड़क, रामनारायण सारण, गैनाराम महरिया, नाथूराम कालेरा, छोगाराम बुरड़क, देवाराम पटेल, श्री आनंद परिवार सेवा समिति के कार्यालय सचिव आरके सुरपालिया एवं अन्य ग्रामीण मौजूद रहे। बाद में विद्युत विभाग के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाने और उचित मुआवजा दिए जाने की मांगे माने जाने पर धरनार्थी वहां से हटे।
यह हुई थी घटना
जानकारी के अनुसार लाडनूं थाना क्षेत्र के टोकी-चंद्राई गांव में बुधवार रात को भैराराम नामक युवक बाइक पर सवार होकर पत्नी दुर्गा के साथ खेत जा रहा था। इस दौरान बिजली का तार टूट कर गिर गया। घटना के बाद भैराराम सारण को लाडनूं के सरकारी अस्पताल लाया गया। यहां पर चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया। भैराराम की पत्नी को भी हादसे के दौरान हल्की चोट आई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को स्थानीय मोर्चरी में रखवाया। गुरुवार को बड़ी संख्या में अस्पताल परिसर में ग्रामीण पहुंचे और मोर्चुरी के बाहर धरना शुरू कर दिया। ग्रामीण ने पीड़ित पक्ष की तरफ से परिवार में एक सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपए का मुआवजा और विद्युत विभाग के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की मांग रखी, मगर सहमति नहीं बन पाई। ऐसे में ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर स्टेशन रोड को जाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे विकास बुरड़क ने बताया कि जब तक तीनों मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक धरना जारी रहेगा। तहसीलदार सुरेंद्र भास्कर ने बताया कि विद्युत विभाग के एसई बीएल वर्मा की मौजूदगी में वार्ता चल रही है, जिसमें मांगों को लेकर बात की जा रही है। इस अवसर पर प्रशासन के समक्ष रखी गई इन सभी मांगों को मानने की सहमति बनी।
1. संविदा पर नौकरी दी जाएगी।
2. बच्चों के शिक्षा की जिम्मेदारी रहेगी।
3. उचित मुआवजा देय रहेगा।
4. विद्युत विभाग के सभी दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर मुक़दमा दर्ज व उच्चस्तरीय जांच होगी।
2. बच्चों के शिक्षा की जिम्मेदारी रहेगी।
3. उचित मुआवजा देय रहेगा।
4. विद्युत विभाग के सभी दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर मुक़दमा दर्ज व उच्चस्तरीय जांच होगी।
5. जो लाइन टूटी है, वह पूरी बदली जाएगी।