लाडनूं से ‘हरित महाकुंभ 2025’ के लिए भेजे जा रहे हैं थाली और थैले,
इस बार के ‘हरित महाकुंभ’ में रहेगा ‘प्लास्टिक मुक्त और न्यूनतम कचरा’ का नवाचार
लाडनूं (kalamkala.in)। आगामी साल 2025 प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ को पूर्ण कचरा मुक्त और प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए देश भर में चलाए जा रहे अभियान ‘एक थाली-एक थैला’ के तहत लाडनूं से भी थालियां व थैले प्रयागराज भिजवाए जा रहे हैं। इसके लिए स्थानीय कनक श्याम विद्या मंदिर में एकत्रित थाली व थैलों का विमोचन किया गया। इस अवसर पर कार्यकर्ता व विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी नरेंद्र भोजक एडवोकेट ने बताया कि भारतीय सनाथन संस्कृति के स्वरूप के रूप में महाकुंभ का आयोजन प्रत्येक 12 साल से होता है, जो विश्व का सबसे बड़ा मेला होता है। इसमें करोड़ों की संख्या मे श्रद्धालुजन भाग लेते हैं। महाकुंभ में भारत के प्रत्येक राज्य और शहर-गांव ही नहीं, अपितु पूरे विश्व से लोग पहुंचते हैं। महाकुंभ में मिनी भारत का ही नहीं, बल्कि मिनी विश्व का स्वरूप देखा जा सकता है।
इस बार के महाकुंभ में आम नागरिक में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढाने व पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से नवाचार किया जा रहा है। जिसके तहत ‘हरित महाकुंभ’ की थीम रखी गई है। इसके तहत इस बार के महाकुंभ को ‘प्लास्टिक मुक्त व न्यूनतम कचरा’ के लिए काम किया जा रहा है। इसी के लिए पूरे भारतवर्ष के अन्यान्य स्थानों से आम लोगों से ले कर स्टील की थाली और कपड़े का थैला महाकुंभ भेजे रहे हैं। स्टील की थाली भोजन के लिए और कपड़े का थैला सामान रखने के काम आयेगा। इसी के तहत लाडनूं से भेजे जाने वाले थाली व थैलों का विमोचन बुधवार को कनक श्याम विधा मन्दिर विद्यालय में किया गया।
इस अवसर पर सहयोग कर्ता वरिष्ठ अध्यापक नारायण लाल स्वामी, वासुदेव शर्मा, ताराचंद अग्रवाल, निर्मल शर्मा, अधिवक्ता नरेन्द्र भोजक, गोपाल सोनी, रमेश नागपुरिया, नरेन्द्र स्वामी, राजेश शर्मा व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।