लाडनूं के ग्राम सुनारी में पुलिस ने पकड़ी अवैध शराब, मुलजिम फरार होने में सफल रहा,
आएदिन पकड़ी जाने वाली अवैध शराब के कारोबार के पीछे कौन? तह तक कब पहुंचेगी पुलिस
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। क्षेत्र में अवैध शराब के परिवहन और विभिन्न एजेंटों द्वारा उसे विक्रय करने के मामले बहुत अधिक बढ रहे हैं। पुलिस ने ऐसे काफी लोगों को पकड़ कर शराब जब्त भी की है, लेकिन इस अपराध की तह तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। शराब के अवैध विक्रय का यह धंधा गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक पहु़च चुका है। इन सबके पीछे असली संचालक सरगना, सप्लायर के बारे में अभी तक कोई पता पुलिस नहीं लगा पाई है। हाल ही में फिर नजदीकी ग्राम सुनारी में अवैध शराब पुलिस ने पकड़ी है, लेकिन मुलजिम फरार हो गया। सुनारी में पेट्रोल पम्प के पास अवैध शराब सप्लाई व विक्रय के लिए खड़े एक व्यक्ति से पुलिस ने अवैध ढोला मारू देशी शराब के 68 पव्वे को एक सफेद कट्टे में रखे जब्त किए, लेकिन आरोपी रामदेवाराम (45) पुत्र रूघाराम मेघवाल निवासी सुनारी वहां से भागने में सफल रहा। पुलिस ने धारा 19/54 आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मुलजिम की तलाश प्रारम्भ की है।
इस प्रकार पकड़ी गई शराब
यह सब वाकया 12 मई शाम का है, जब थानाप्रभारी नारायणसिंह (उप निरीक्षक) जाप्ते में सिपाही सुरेन्द्र सिंह व मूलाराम एवं चालक रामदयाल के साथ गश्त करते हुए सुनारी रोड पहुंचने पर सूचना मिली कि सुनारी में पेट्रोल पम्प से आगे एक व्यक्ति सफेद रंग का कट्टा लिये हुये खड़ा है। वह अवैध शराब बेचने की फिराक में है। सुनारी में पेट्रोल पम्प से आगे पहुंचने पर रोड पर सडक के किनारे खड़ा वह व्यक्ति सफेद रंग का प्लास्टिक का कट्टा लिये हुये खड़ा दिखाई दिया, जो रामदेवाराम पुत्र रूघाराम मेघवाल निवासी सुनारी थाना था। पुलिस को देख कर वह प्लास्टिक का कट्टा पटक कर खेतों की तरफ झाडियों में भाग गया। पीछा व तलाश करने पर भी वह नहीं मिला। उसके द्वारा छोड़े गए सफेद प्लास्टिक के कट्टे में भरे कुल 68 पव्वा शराब मिली, जो ढोला मारू ब्रांड की थी। पुलिस ने फरार अभियुक्त बना कर मामला दर्ज कर अवैध शराब जब्त की और मामले की जांच एचसी टोडाराम को सौंपी गई है। गौरतलब है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। पुलिस ने कई बार ऐसे अवैध शराब परिवहन, विक्रय के मामले पकड़े हैं। इसके बावजूद पुलिस इन लोगों के सरगना तक नहीं पहुंच पाई है। यह शराब इनको बेचने के लिए कहां से मिलती है और कौन देता है? किस दर में देता है और कितने मार्जिन के लालच में यह धंधा चल रहा है? पकड़ी जाने वाली शराब असली है या नकली पैक की हुई है, इसकी जांच भी होनी जरूरी है।