समग्र रूप से करें परीक्षा की तैयारी, लेकिन तनावमुक्त होकर दें परीक्षा- आकाश,
मोटिवेशनल सेमिनार में विद्यार्थियों को बताये परीक्षा तैयारी के सूत्र
लाडनूं। राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय ग्राम जीळी में सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए आयोजित एक समारोह में मोटिवेशनल गुरू शंकर आकाश ने कहा, ‘कोई भी परीक्षा जीवन की अंतिम परीक्षा नहीं होती। जब तक जीवन है तब तक समस्या समाधान और परीक्षा का सफर चलता रहेगा, इसलिए जब भी परीक्षा हो, तो उस परीक्षा को अपने उपर हावी न होने दें और परीक्षा देने में ‘नो टेंशन’ का भाव रखें। कॅरिअर मंत्र के फाउंडर आकाश ने आगे कहा कि जीवन में कोई भी सफलता और विफलता अंतिम नहीं होती। इसलिए व्यक्ति को समग्र रूप से प्रयास करते रहना चाहिए। आकाश ने विद्यार्थियो को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए न केवल मेहनत बल्कि विभिन्न स्तरों पर विभिन्न तरह का प्रबंधन भी आवश्यक है, क्योंकि नहीं कि बिना प्रबंधन के किया हुआ कार्य उचित परिणाम नहीं लाता है।
अपने सपनों के बनाएं अपना लक्ष्य
आकाश ने विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वे दसवीं के बाद ही लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें ताकि वह अपने और अपने परिजनों के सपनों को साकार कर सकते हैं। उन्होंने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एकाग्र भाव को आवश्यक बताया। मोटिवेशनल गुरू ने एक विद्यार्थी द्वारा जीवन में डिग्री जरूरी होने के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि डिग्री केवल कॅरिअर निर्माण में आवश्यक होती है। लेकिन जीवन निर्माणस में स्किल्स का होना जरूरी है। क्योंकि व्यक्तित्व ही सफलता का आधार है। कार्यक्रम में प्रिंसिपल डॉ. कमला शर्मा ने विद्यालय विकास की यात्रा को प्रस्तुत किया। वहीं विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों को भी खूब सराहा गया। प्रारम्भ में आगंतुकों का स्वागत अध्यापक संजय कुमार बांगडवा, विद्यालय विकास समिति के किशोर सिंह परिहार, अंजना चैधरी ने किया। सेमिनार में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन रोहिताश सैनी ने किया।