मारवाड़ी की लोकप्रिय रचनाओं में से 90 प्रतिशत के रचयिता तिवाड़ी रहे हैं- विद्रोही,
राजस्थानी के प्रसिद्ध कवि श्रीनिवास तिवाड़ी का लाडनूं में सम्मान
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। रोल के प्रसिद्ध राजस्थानी कवि श्रीनिवास तिवाड़ी का यहां भावभीना सम्मान किया गया। उन्हें साफा व शॉल ओढ़ाकर सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर श्रीनिवास तिवाड़ी ने सबकी फरमाईश पर अपनी कुछ चुनिंदा कविताएं भी प्रस्तुत की, जिनकी सभी ने मुक्तकंठ से सराहना की। तिवाड़ी ने कहा कि आज युवाओं में साहित्य के प्रति रुचि कम होने लगी, इसे जागृत करने के लिए व्यापक प्रयास करने की जरूरत है।
अब तक 8 पुस्तकों का प्रकाशन
प्रसिद्ध कवि राजेश विद्रोही ने बताया कि आज राजस्थान में सोशल मीडिया पर जन-जीवन से जुड़ी जितनी भी राजस्थानी रचनाएं प्रचलित हैं और लोकप्रिय हो रही हैं, उनमें 90 प्रतिशत से अधिक श्रीनिवास तिवाड़ी की ही रचनाएं हैं। सरल प्रवाह से युक्त इनकी कविताएं आम आदमी के दिल-दिमाग को छूती है। उनकी अब तक 8 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। प्रसिद्ध साहित्यकार रामकुमार तिवाड़ी ने उनका जीवन परिचय प्रस्तुति आपको सौंपी और लोगों से बात करने लगे और किया। गौरतलब है कि श्रीनिवास तिवाड़ी उनके ही छोटे भाई हैं।
सभी ने रचनाओं की खुलकर तारीफ
इस अवसर पर पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल ने श्रीनिवास तिवाड़ी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने उनकी रचनाओं की खुल कर तारीफ की। परिवहन विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक डा. नानूराम चोयल ने अपने विभिन्न अनुभवों को सुनाते हुए कहा कि यह एक सुयोग्य व्यक्ति का सम्मान है। साहित्य संगम के अध्यक्ष जगदीश यायावर, वरिष्ठ पत्रकार शंकर आकाश, अनुसूचित जाति परिषद के प्रदेश महासचिव कालूराम गेनाणा आदि ने भी तिवाड़ी के स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए उनकी रचनाओं की प्रशंसा की। इस अवसर पर लोकगायक व पत्रकार अनूप तिवाड़ी, दामोदर तिवाड़ी, बाबूलाल तिवारी, ओमप्रकाश तिवाड़ी, सुरेश तिवाड़ी आदि उपस्थित रहे।