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‘इतना ही लो थाली में- व्यर्थ न जाए नाली में’ नारे के साथ जूठन की प्रवृति मिटाने का अभियान शुरू, निम्बी जोधां में थाली का पूरा भोजन करने वालों को किया सम्मानित

‘इतना ही लो थाली में- व्यर्थ न जाए नाली में’ नारे के साथ जूठन की प्रवृति मिटाने का अभियान शुरू,

निम्बी जोधां में थाली का पूरा भोजन करने वालों को किया सम्मानित

लाडनूं। तहसील के ग्राम निम्बीजोधां में जूठन नहीं छोड़े जाने के लिए एक अभियान चलाया गया और इसमें जहां जगह-जगह बैनर व पोस्टर लगाकर लोगों को जागृत किया गया, वहीं एक प्रोत्साहन प्रतियेागिता का आयेाजन करके 10 भाग्यशाली जूठन नहीं छोड़ने वाले व्यक्तियों को पुरस्कृत भी किया गया। निम्बी जोधां में सर्व ब्राह्मण समाज ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर आयोजित महाप्रसादी कार्यक्रम में इस अभियान का श्रीगणेश किया और ‘इतना ही लो थाली में, व्यर्थ ना जाए नाली में’ लिखे हुए पोस्टर और बैनर लगाए। इस अभियान को लेकर आयोजित प्रतियोगिता में विजयी रहे 10 प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। सर्व ब्राह्मण समाज की तरफ से रविवार रात को भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव पर प्रसादी और भोज का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोगों ने भाग लिया। इस सामूहिक भोज में अलग-अलग जगह इस अभियान के पोस्टर और बैनर लगाए जाकर सबको जरूरत से अधिक भोजक थाली में नहीं लेने और जूठन के रूप में भोजन को व्यर्थ नहीं छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस भोज में परोसा हुआ पूरा भोजन करने और जूठन नहीं छोड़ने वालों के नाम के टोकन बना कर डाले जाकर उनकी लाॅटरी भोज के बाद निकाली जाकर 10 प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। पारीक समाज के अध्यक्ष अशोक जोशी ने बताया कि शादियों व अन्य सभी कार्यक्रमों में जरूरत से अधिक भोजन थाली में डाल लेने और फिर उसकी जूठन छोड़ने की प्रवृति से छुटकारा पाने और अन्न का सम्मान करने के लिए इस अभियान की शुरूआत की है। ‘इतना ही लो थाली में, व्यर्थ ना जाए नाली में’ इन नारों के साथ उन्होंने पोस्टर लगा कर भोजन को बचाने का संदेश दिया है, ताकि यह भोजन किसी जरूरतमंद के काम आ जाए।

kalamkala
Author: kalamkala

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